Back to Country: सजा पूरी कर अपने वतन के लिए रवाना हुए 11 बांग्लादेशी
Back to Country अपने देश से रोजगार की खातिर आकर बस गए थे मथुरा में। बांग्लादेश बार्डर पर बीएसएफ के सुपुर्द किए जाएंगे पहले।
आगरा, जेएनएन। भारत में अवैध रूप से रहने के मामले में पकड़े गए 11 बांग्लादेशियों को रविवार की सुबह करीब साढ़े आठ बजे जेल से रिहा कर दिया गया है। इनमें चार महिला और सात पुरुष शामिल हैं। सभी को बांग्लादेश की सीमा पर बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स के सुपुर्द कर दिया जाएगा।
मथुरा जेल में बांग्लादेश, रूस, यूक्रेन, चेकोस्कोवाकिया, क्रोएशिया और लताविया समेत कई देशों के बंदी थे। इनमें बांग्लादेशी अधिक हैं। इनकी संख्या 90 हैं। इनमें 11 बांग्लादेशियों को जेल से आज रिहा कर दिया गय। इनमें चार महिला और सात पुरुष शामिल हैं। जेलर अरविंद पांडेय ने बताया कि इन बांग्लादेशियों को विदेशी अधिनियम की धारा 14 के तहत के पकड़ा गया था और इनकी सजा की भी अवधि भी अप्रैल में पूरी हो चुकी थी।
बीएसएफ से इनको बांग्लादेश भेजने की तिथि तय नहीं हो पाई थी। इसलिए इनको डीएम सर्वज्ञराम मिश्र के आदेश पर जेल में ही रोका गया था। अगर, इनको उसी समय छोड़ भी दिया जाता तो यह फिर इधर उधर जाकर बस जाते और पकड़े जाते। इसलिए इनको नहीं छोड़ा गया था। जेलर ने बताया कि 11 बांग्लादेशी को उनके वतन भेजा जा रहा है। इसके लिए उनको यहां से रिहा कर दिया गया और सुबह पुलिस उनको लेकर भारत और बांग्लादेश की सीमा पर तैनात बीएसएफ के सुपुर्द करेगी। बीएसएफ इनके नाम पते तस्दीक के लिए बांग्लादेश सरकार को देगी। बांग्लादेश सरकार इनकी नाम पते तस्दीक करके बीएसएफ को देगी और उसके बाद बीएसएफ बांग्लादेश की सीमा सुरक्षा बल के इन सभी को सुपुर्द कर देंगे।