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चंबल में बाढ़: 135.50 पहुंचा जलस्‍तर, रौद्र रूप देख ग्रामीणों में दहशत Agra News

तटवर्ती गांवों के लोगों का पलायन। खतरे के निशान से तीन मीटर ऊपर बह रही नदी।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Tue, 17 Sep 2019 09:50 AM (IST)Updated: Tue, 17 Sep 2019 09:50 AM (IST)
चंबल में बाढ़: 135.50 पहुंचा जलस्‍तर, रौद्र रूप देख ग्रामीणों में दहशत Agra News
चंबल में बाढ़: 135.50 पहुंचा जलस्‍तर, रौद्र रूप देख ग्रामीणों में दहशत Agra News

आगरा, जागरण संवाददाता। चंबल नदी में बाढ़ से हर ओर तबाही का मंजर नजर आ रहा है। खतरे के निशान (132 मीटर) से तीन मीटर ऊपर बह रही नदी का विकराल रूप डरा रहा है। तटवर्ती गांवों के लोग सामान समेट पलायन कर गए हैं। उन्होंने टीले व अन्य स्थानों पर शरण ली है। सात गांवों का तहसील मुख्यालय से संपर्क कट गया है। मंगलवार सुबह जलस्‍तर बढ़कर 135.50 तक पहुंच गया है।

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उधर सोमवार को डीएम एनजी रवि कुमार और एसएसपी बबलू कुमार जायजा लेने बाह पहुंचे थे। बाढ़ के पानी से घिरे गांवों के लिए आवागमन को स्टीमर की व्यवस्था की गई। यहां स्टीमर से राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है। कोटा बैराज से लगातार छोड़े जा रहे पानी से चंबल का जलस्तर खतरे के निशान से तीन मीटर ऊपर पहुंच गया है। ये हालात तब हैं जब शनिवार रात को कोटा बैराज से छोड़ा गया 680776 क्यूसेक पानी अभी पिनाहट क्षेत्र में नहीं पहुंचा है। इसके पहुंचने के बाद स्थिति और भी विकराल हो जाएगी। प्रशासन ने बाह के गोहरा, रानीपुरा, भटपुरा, गढ़ा, झरनापुरा, डालपुरा, शिवलालपुरा के लिए स्टीमर का संचालन शुरू करा दिया है। इसी से राहत सामग्री लोगों तक पहुंचाई जा रही है। इन गांवों में पानी मकानों, झोपड़ियों और दुकानों के अंदर घुस गया है।

एनडीआरएफ की टीम भी पहुंची

चंबल नदी में आई बाढ़ के चलते एनडीआरएफ की टीम भी बासौनी पहुंच गई। बताया गया कि यदि नदी में किसी के डूबने आदि की घटना हुई तो यह टीम उसे बचा लेगी।

ग्रामीणों ने टीलों पर ली शरण

पुरा उमरैठा, बीच का पुरा, कछियारा, डोगोहरा के ग्रामीणों ने टीलों पर जाकर शरण ली है। कुछ लोग गांवों से पलायन कर अपनी रिश्तेदारी में पहुंच गए हैं तो कुछ ने बाजारों की ओर रुख किया है। डगोहरा के राम मोहन, रामसरन, विनोद, माखन सिंह, पंचम सिंह, मंगल सिंह, पुरा उमरैठा के रनवीर, महेश, शीतल प्रसाद, छोटेलाल, कप्तान सिंह, फौरन सिंह आदि सोमवार को अपने परिवार के साथ टीले पर पहुंच गए।

राहत कार्यो में लगाए चार स्टीमर

चंबल नदी का रौद्र रूप देखते हुए चार स्टीमरों से राहत व बचाव कार्य किया जा रहा है। गोहरा, रानीपुरा, भटपुरा के अलावा गुढ़ा, झरनापुरा और भगवानपुरा के लिए यह व्यवस्था की गई है।

दो किमी दायरे की फसलें बर्बाद

नदी के दो किलोमीटर दायरे में आने वाले खेतों की फसलों तक चंबल की बाढ़ पहुंच चुकी है। इससे आसपास के तमाम खेतों में पानी भर गया है और फसल जलमग्न है।

कई गांवों की बत्ती गुल

पिछले तीन दिन से बाह के गांव गोहरा, रानीपुरा, गुढ़ा, पुरा उमरैठा, झरनापुरा, डालपुरा आदि गांवों में बिजली काट दी गई है। रात के समय यहां के ग्रामीण अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।

..तो 136 मीटर पर पहुंच जाएगी चंबल नदी

कोटा बैराज से नौ सितंबर से लगातार छोड़े जा रहे पानी से चंबल नदी अपने पुराने रिकार्ड की ओर बढ़ रही है। इसका कुल डिस्चार्ज बढ़कर 709050 क्यूसेक हो गया है। सोमवार दोपहर दो बजे कोटा बैराज से 676072 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया। सिंचाई विभाग का अनुमान है कि यह पानी बाह, पिनाहट क्षेत्र में पहुंचा तो नदी का जलस्तर 136 मीटर तक हो जाएगा। ऐसे में अधिकारी भी हर पल सजग बने हुए हैं। 


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