आतिशबाजी गोदाम में विस्फोट में वांछित चमन मंसूरी का समर्पण
शाहगंज में 18 अक्टूबर को पटाखों के गोदाम में हुआ था भीषण विस्फोट धमाके में चमन मंसूरी के बेटे-भाई चाचा समेत गई थी चार लोगों की जान
आगरा, जागरण संवाददाता । शाहगंज के न्यू आजमपाड़ा में आतिशबाजी गोदाम में विस्फोट से चार लोगों की मौत के जिम्मेदार चमन मंसूरी ने बुधवार को अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। वहां से उसे जेल भेज दिया गया। वहीं आरोपित की गिरफ्तारी के लिए दबिश का दावा कर रही पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी।
न्यू आजमपाड़ा में 18 अक्टूबर को आतिशबाज चमन मंसूरी के मकान की दूसरी मंजिल पर बने गोदाम में भीषण विस्फोट हुआ था। पूरा गोदाम छत समेत गिर गया था। सामने बने घरों के आंगन में रखा सामान जल गया था। धमाके में चमन मंसूरी का भाई शेरू, चाचा सलाउद्दीन, बेटा आबिद और कर्मचारी फरमान की मौत हो गई थी। चमन की बेटी समेत तीन लोग घायल हो गए थे। पुलिस ने चमन मंसूरी को हादसे का जिम्मेदार मानते हुए उसके खिलाफ गैर इरादतन हत्या और विस्फोटक अधिनियम में मुकदमा दर्ज किया था।
घटना के बाद चमन मंसूरी फरार हो गया था। वह बेटे और भई का शव लेने भी पोस्टमार्टम गृह नहीं पहुंचा था। उसके रिश्तेदारों ने शवों को दफन किया था। इधर, पुलिस दावा कर रही थी कि वह आतिशबाज की गिरफ्तारी के लिए लगाता दबिश दे रही है। उधर, बुधवार को चमन मंसूरी कोर्ट पहुंच गया। उसने अदालत में आत्मसमर्पण किया। वहां से उसे जेल भेज दिया गया। एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद ने बताया कि चमन के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य हैं। उसके खिलाफ जल्द ही चार्जशीट लगाई जाएगी।