नंद द्वारे बाजै बधाई..कान्हा की छीछी लुटी, लुटाए जा रहे देवालयों में जन्मोत्सव के उपहार
नंदगाव और सप्तदेवालयों में बंट रहे उपहार और प्रसाद। मन मगन हो ग्रहण कर रहे श्रद्धालु।
आगरा(जेएनएन): नंद द्वारे बाज रही बधाई से गोकुल, वृंदावन, मथुरा, नंदगाव समेत सप्त देवालय गुंजायमान हो रहे हैं। कान्हा के जन्म की खुशियों में समूचा ब्रज मंडल डूबा हुआ है। एक दूसरे को बधाई दी जा रही है। मंदिरों में प्रसाद लुटाया जा रहा है। नंदोत्सव का मुख्य आयोजन गोकुल में मनाया जा रहा है। नंद किले से लाला की छीछी (हल्दी और दही का मिश्रण) का प्रसाद लुटाया जा रहा है।
सोमवार की आधी रात देवकी की कोख से अवतरित होने के बाद वासुदेव कान्हा को गोकुल में नंदबाबा के पलना में सुला कर लौट आए थे। सुबह नंदबाबा के घर लाला के जन्म होने की खबर नगर में फैल गई। नंदकिला नंदभवन मंदिर पर लाखों श्रद्धालु सुबह ही पहुंच गए थे। यही दृश्य पूरे गोकुल में दिखाई दे रहा है। विभिन्न प्रातों से आए लाखों श्रद्धालुओं में गुजरात के भक्तों की संख्या अधिक दिखाई दे रही है। लाखों श्रद्धालु नंद चौक में लाला के डोला के आने का सुबह से इंतजार कर रहे थे। पहली बार यहा मटकी फोड़ लीला का भी आयोजन किया जा रहा है। ग्यारह सौ रुपये का पुरस्कार पाने के लिए श्रद्धालु और युवाओं में होड़ मची हुई है। बैंड-बाजे बज रहे हैं। दोपहर में लाला का डोला नंद किला नंद भवन से नंद चौक लाया गया। लाला के डोला के दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं में होड़ मच गई। हर आख लाला को निहारने के लिए बेताब हो उठी। राज चबूतरा पर लाला के डोला को लाया गया। यहा पर नंदबाबा के स्वरूपों ने प्रसाद बतौर लाला की छीछी लुटाई। इसको पाने के लिए श्रद्धालु में होड़ मच गई। इधर, वृंदावन के सप्त देवालयों में भी नंदोत्सव मनाया गया। शाम को बरसाना के गोस्वामी नंदगाव नंदबाबा के भवन में लाला के जन्म की बधाई देने के लिए जाएंगे। नंद घर आनंद भयै, जय कन्हैया लाल की..की गूंज हर तरफ सुनाई दे रही है।