घर पर ही मनाई दीपावलीएक-दूसरे के घर जाने की बजाय फोन, वाट्सएप और फेसबुक पर ही शुभकामनाएं दीं
300 रुपये प्रति किलो तक बिका गेंद का फूल मिठाइयों की बिक्री रही फीकी
आगरा, जागरण संवाददाता।
कोरोना के डर से इस साल लोगों ने अपने घरों में ही रहकर दीपावली मनाई। एक-दूसरे के घर जाने की बजाय फोन, वाट्सएप और फेसबुक पर ही शुभकामनाएं दीं। एनजीटी के आदेश के बाद भी शहर में कुछ लोगों ने पटाखे चलाए, लेकिन ऐसे लोगों की संख्या कम थी। लोगों ने शुभ मुहूर्त में श्रीलक्ष्मी और गणेश की पूजा-अर्चना की। घरों को दीयों और बिजली की झालरों से सजाया।
शनिवार को दीपावली का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। हर साल की तरह बाजारों में लोगों की भीड़ तो रही, लेकिन शाम होते-होते भीड़ छंट गई। सुबह से लेकर शाम तक मिठाई और उपहारों की दुकानों पर लोग आते-जाते रहे। इसके बावजूद पिछले सालों के मुकाबले सेल कुछ कम रही। सजावट के सामान की दुकानों पर भी लोगों की अच्छी खासी भीड़ रही। शाम के समय विधिवत लक्ष्मी-गणेश की पूजा-अर्चना की। पूजा के बाद लोग कुछ देर के लिए अपने घरों से निकले। घर से बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद लिया और पकवानों का आनंद उठाया।
300 रुपये किलो बिका गेंदा
कोरोनाकाल में जिले में गेंदे के फूलों की खेती बहुत अधिक न होने के कारण इस साल फूल काफी महंगा बिका। गेंदे के फूल का सुबह 150 रुपये किलो तो शाम होते-होते 300 रुपये प्रति किलो तक रेट पहुंच गया। मिठाई से ज्यादा मेवे बिके
मिठाइयों की बिक्री भी इस बार कुछ कम रही। दुकानों पर बहुत ज्यादा भीड़ नहीं रही। तमाम लोगों ने अपने घर पर भी मिठाइयां बनाईं। इस साल लोगों ने उपहार में देने के लिए मिठाई से ज्यादा मेवे खरीदे। इंटरनेट पर छाई रही दीपावली
लोगों ने इंटरनेट मीडिया पर एक-दूसरे को बधाई दी। व्हाट्सएप और फेसबुक के जरिए वे अपने प्रियजनों व दोस्तों के संपर्क में रहे। कोरोना के दौर में कालोनियों में भी अधिक भीड़ नहीं रही। जिन सोसायटी में संयुक्त रूप से त्योहार मनाए जाते थे, वहां भी इस बार अधिक लोग एकत्रित नहीं हुए। लोगों ने घर पर रहना ही उचित समझा।