Loot on Petrol Pump: वाह री पुलिस, DVR ले गए थे बदमाश, CCTV फुटेज आए कहां से, पुलिस ने अब लूट को ही बता दिया संदिग्ध
सरैंधी चौराहा पर स्थित पेट्रोल पंप का कैश और गार्ड की लाइसेंसी बंदूक लूट ले गए थे बदमाश। घटना के तीन दिन बाद भी नहीं लिखा मुकदमा पीड़ित को टरका रही पुलिस। निरीक्षण कर की खानापूरी। पेट्रोल पंप पर हो चुकी है तीसरी वारदात।
आगरा, जागरण संवाददाता। पुलिस की कार्यशैली ये भी है। पेट्रोल पंप पर लूट हुई, बदमाश राइफल और डीवीआर लूट ले गए। अपनी नाकामी को छुपाने के लिए इलाका पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज न मिलने पर लूट की वारदात को ही संदिग्ध बता दिया और अभी तक मुकदमा ही दर्ज नहीं किया है। जगनेर में शुक्रवार रात को बदमाशों ने दुस्साहसिक घटना की थी। दो बाइक से पेट्रोल पंप पर पहुंचे छह बदमाशों ने कर्मचारियों पर तमंचे तानकर उन्हें बंधक बना लिया। मारपीट की और पेट्रोल पंप का 60 हजार कैश और गार्ड की लाइसेंसी बंदूक भी लूटकर ले गए थे। सीसीटीवी फुटेज न होने पर पुलिस इस सनसनीखेज घटना को ही संदिग्ध मान रही है। तीन दिन बाद भी इस मामले में अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं किया है। जांच के नाम पर पुलिस मामले को ठंडा करने का प्रयास कर रही है।
सिकंदरा क्षेत्र में गुरु का ताल के पास रहने वाले मनोज जादौन का जगनेर क्षेत्र में धौलपुर- भरतपुर रोड पर पेट्रोल पंप है। शुक्रवार रात दो बाइक से पेट्रोल पंप पर बदमाश पहुंचे। उन्होंने कर्मचारियों से बाइक में पेट्रोल डालने को कहा। कर्मचारी जब तक पेट्रोल डालते बदमाशों ने तमंचा तानकर उन्हें बंधक बना लिया। मनोज जादौन ने बताया कि बदमाश कर्मचारियों से 60 हजार रुपये और गार्ड राजपाल से उनकी लाइसेंसी बंदूक लूट ले गए। सीसीटीवी कैमरे में कोई सुबूत न बचे, इसलिए वे डीवीआर को भी उखाड़ ले गए। कर्मचारियों ने रात को ही पुलिस को सूचना दे दी। इंस्पेक्टर जगनेर कुशलपाल सिंह पेट्रोल पंप पर पहुंचे थे। इस मामले में भी पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया है। अभी तक टालमटोल की जा रही है। पुलिस लूटपाट को ही संदिग्ध मान रही है।
पहले भी हो चुकी है लूट और फायरिंग की घटना
पेट्रोल पंप पर दो वर्ष में यह तीसरी घटना है। दो वर्ष पहले पेट्रोल पंप के कर्मचारी से बदमाशों ने डेढ़ लाख रुपये लूट लिए थे। पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा। करीब तीन माह पहले अवैध खनन करने वाले ट्रैक्टर-ट्राली लेकर जा रहे युवकों ने पेट्रोल पंप पर फायरिंग की थी। सीसीटीवी कैमरे में पूरी रिकार्डिंग भी थी। मुकदमा दर्ज कराया गया, लेकिन पुलिस ने इसमें भी कोई कार्रवाई नहीं की।