Yamuna Expressway की तरह अब National Highway पर भी रहेगा तीसरी नजर का पहरा Agra News
नेशनल हाईवे 19 पर लगेंगे सीसीटीवी कैमरे व स्पीड डिटेक्टर। हाईवे के कंट्रोल सेंटर के साथ पुलिस कंट्रोल रूम पहुंचेंगे रीयल टाइम फीड।
आगरा, यशपाल चौहान। एक्सप्रेस-वे की तरह अब नेशनल हाईवे 19 पर भी सीसीटीवी कैमरे और स्पीड डिटेक्टर रहेंगे। इन कैमरों का उपयोग ट्रैफिक पर निगरानी के साथ अपराध पर अंकुश लगाने को भी किया जाएगा। एनएचएआइ का प्रोजेक्ट तैयार हो गया है। अब आइजी ए सतीश गणोश ने इसमें कुछ सुझाव दिए हैं। जल्द ही इस पर काम शुरू हो जाएगा।
नेशनल हाईवे के चौड़ीकरण के बाद अब इसको सुविधाओं से भी लैस किया जाएगा। एनएचएआइ के एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के तहत हाईवे पर सुरक्षा और संरक्षा के ये इंतजाम होंगे। आइजी ए सतीश गणोश ने बताया कि फरीदाबाद से लेकर वाटरवर्क्स तक हाईवे पर कुल 188 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इनमें से 143 कैमरे एक ही डायरेक्शन में रहने वाले और 45 कैमरे पेन टिल जूम होंगे, जिनसे 360 डिग्री पर घुमाकर देखा जा सकेगा। इन कैमरों के साथ वाहनों की स्पीड डिटेक्ट करने की डिवाइस भी होगी। इससे हाईवे पर भी एक्सप्रेस-वे की तरह ओवरस्पीडिंग पर वाहन डिटेक्ट हो जाएगा। इसके बाद पुलिस और परिवहन विभाग की मदद से उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हाईवे पर पलवल, कोसी और फरह में कंट्रोल सेंटर बनेंगे। इसके साथ ही यहां से रीयल टाइम फीड शेयर होगी। एक्सीडेंट होने पर हाईवे पर बने कंट्रोल सेंटर से सभी संबंधित विभागों को सूचना दी जाएगी। यहां से पुलिस, हॉस्पिटल, एंबुलेंस और फायर स्टेशन को सूचना देकर तत्काल रिस्पांस दिया जाएगा। एनएचएआइ की इस योजना पर आइजी ए सतीश गणोश के साथ तीन बैठक हो चुकी हैं। उन्होंने कमिश्नर अनिल कुमार के माध्यम से एनएचएआइ के अधिकारियों को सुझाव दिए हैं। प्रोजेक्ट को एनएचआइ एप्रूव कर चुका है। अब जल्द ही इसके लिए बिड मांगी जाएंगी। इसके बाद काम शुरू हो जाएगा।
आइजी ने दिए ये सुझाव
- आगरा और फरीदाबाद में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत हाईवे पर भी सीसीटीवी कैमरे लगने हैं। इसलिए इन दोनों शहरों के क्षेत्र को छोड़कर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। इन क्षेत्रों के कैमरों को बीच में लगाकर एक कैमरे से दूसरे के बीच की दूरी कम हो सकती है।
- हाईवे पर लुटेरों के कई गैंग सक्रिय हैं। तमाम वाहन लूट की घटनाएं होती हैं। ऐसे सभी स्पॉट पर सीसीटीवी कैमरे जरूर लगाए जाएं।
- हाईवे के कंट्रोल सेंटर से पुलिस कंट्रोल रूम में रीयल टाइम फीड दी जाए।
यह होंगे लाभ
- ओवरस्पीडिंग पर अंकुश लगेगा, जिससे हादसे कम होंगे।
- अपराध होने पर अपराधियों को ट्रेस करने के लिए सीसीटीवी कैमरों की मदद मिलेगी।
- हाईवे पर ट्रैफिक की स्थिति और वहां होने वाले हादसों पर पुलिस का रिस्पांस टाइम कम होगा। घायलों को जल्द इलाज मिलेगा।