2200 चांदी कारोबारियों पर दर्ज होगा मुकदमा, ये है बड़ा कारण Agra News
नोटबंदी के दौरान चांदी कूटने वाले कारोबारियों पर दर्ज होगा मुकदमा। 2200 कारोबारी शामिल तैयार हो रहा लेखा जोखा।
आगरा, जागरण संवाददाता। नोटबंदी के बाद अंतिम तिथि 31 दिसंबर 2019 तक आयकर रिटर्न दाखिल न करने वाले आगरा परिक्षेत्र के करीब 9 हजार कारोबारियों पर मुकदमा दर्ज होगा। आगरा के 100 से अधिक ज्वैलर्स समेत 2200 कारोबारी इसमें शामिल है। मुकदमा दर्ज कराने के लिए उनका लेखा जोखा तैयार किया जा रहा है।
विभागीय सूत्रों के मुताबिक नोटबंदी के बाद से आगरा परिक्षेत्र यानी आगरा मथुरा, मैनपुरी, फीरोजाबाद, झांसी, ललितपुर और इटावा मे 25 हजार लोगों ने सबसे ज्यादा खर्च सोना, रियल एस्टेट, ऑटोमोबाइल सेक्टर और इलेक्ट्रॉनिक आइटम पर किया। इसमें से करीब 100 करोड़ रुपये के आसपास निवेश या खर्च हुआ है। एक लाख रुपये से ऊपर की महंगी बाइक और 10 लाख रुपये से ऊपर की कार भी लोगो ने खरीदी। एक लाख रुपये से ऊपर के एलईडी की बिक्री में भी आठ नवंबर 2017 के बाद कई दिन अप्रत्याशित बढ़ोतरी हुई।
सराफा बाजार में 10 दिन तक अनाप-शनाप तरीके से आभूषणों में निवेश हुआ। 25 हजार लोगों को नोटिस दिए गए जिसमे से 16 हजार ने आयकर रिटर्न दाखिल कर दिया है। उनकी स्कूटनी हो रही है। 9 हजार ऐसे है जिन्होंने आयकर रिटर्न दाखिल करने की अंतिम समयसीमा 31 दिसंबर 2019 तक रिटर्न दाखिल नही किया है। ऐसे में उनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने की तैयारियां है। फिलहाल हर केस का परीक्षण हो रहा है। इसमें संबंधित की संपत्ति भी जब्त होगी।