कार्बन ने किया फिर सिरदर्द, धूल भी लगा रही आगरा की हवा में पलीता Agra News
कार्बन मोनोआक्साइड 25 गुना ज्यादा। मध्यम स्थिति में रही बुधवार को ताजनगरी की वायु गुणवत्ता। सीपीसीबी की रिपोर्ट के अनुसार आगरा में 106 रहा एक्यूआइ।
आगरा, जागरण संवाददाता। दिवाली बीते एक महीना गुजर चुका है। अब यह बात साफ है कि प्रदूषण के लिए अकेले पटाखे ही जिम्मेदार हैं। बारिश और हवा चलने के बाद आगरा की आबोहवा में प्रदूषण बढ़ता जा रहा है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की रिपोर्ट के अनुसार आगरा में बुधवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) 106 दर्ज किया गया। यह मंगलवार के एक्यूआइ (74) से अधिक था। वायु प्रदूषण बढऩे की मुख्य वजह कार्बन मोनोऑक्साइड और अति सूक्ष्म कणों (पीएम2.5) की मात्रा बढ़ी हुई होना रहा।
सीपीसीबी रोजाना ऑटोमेटिक मॉनीटरिंग स्टेशनों पर एकत्र आंकड़ों के आधार पर शहरों में वायु प्रदूषण की स्थिति पर रिपोर्ट जारी करता है। संजय प्लेस स्थित ऑटोमेटिक मॉनीटरिंग स्टेशन पर दर्ज आंकड़ों के आधार पर आगरा में एक्यूआइ बुधवार को 106 रहा। सीपीसीबी की गाइडलाइन के अनुसार यह स्थिति मध्यम है। एक्यूआइ 0-50 तक रहने पर वायु गुणवत्ता अच्छी, 51-100 तक रहने पर संतोषजनक और 101-200 तक रहने पर मध्यम रहती है। ताजनगरी में बुधवार को कार्बन मोनोऑक्साइड की अधिकतम मात्रा 103 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज की गई। यह मानक चार माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर के 25 गुना से भी अधिक है। यहां अति सूक्ष्म कणों की अधिकतम मात्रा 291 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर तक पहुंच गई। यह मानक 60 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर के चार गुना से भी अधिक है।
यह रही प्रदूषक तत्वों की स्थिति
प्रदूषक तत्व, न्यूनतम, अधिकतम, औसत
कार्बन मोनो ऑक्साइड, 24, 103, 43
नाइट्रोजन डाइ ऑक्साइड, 42, 106, 82
सल्फर डाइ ऑक्साइड, 17, 53, 25
ओजोन, 6, 13, 9
अति सूक्ष्म कण, 48, 291, 107