सोशल इंजीनियरिंग के बाद नीले खेमे ने लगाया सोशल मीडिया पर जोर
लोकसभा चुनाव के लिए बसपा का पैंतरा, वाट््स एप पर जुड़ेंगे नेता-कार्यकर्ता। पार्टी नीतियों का किया जाएगा प्रचार।
आगरा, दिलीप शर्मा। पिछले चुनावों तक सोशल इंजीनियरिंग पर जोर देने वाली बसपा इस बार सोशल मीडिया पर ताकत झोंकने की तैयारी कर रही है। हाथी अब तक चुनावी रण में साइबर संसार से दूर ही रहा है। आगामी चुनाव को देखते हुए बसपा बूथों से लेकर जिला स्तर तक सोशल मीडिया पर सक्रिय होगी। वाट््स एप पर सर्वाधिक जोर रहेगा। कार्यकर्ताओं से लेकर मतदाताओं तक को जोडऩे के लिए अलग-अलग ग्र्रुप बनेंगे।
सोशल मीडिया अब चुनावी जंग में अहम हथियार साबित हो रहा है। भाजपा ने इसका सबसे पहले उपयोग किया था। कांग्रेस और सपा भी सोशल प्लेटफार्म पर ताकत झोंके हुए हैं। आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए अब बसपा भी साइबर वार के मैदान में दम दिखाने की तैयारी कर रही है।
अलग-अलग ग्रुप्स बनेंगे
पार्टी सूत्रों के मुताबिक संगठन ने बूथ समितियों में ऐसे युवाओं को प्राथमिकता दी है, जो सोशल मीडिया पर सक्रिय रहते हैं। बूथ स्तर पर अलग से वाट््स एप ग्रुप बनाने पर मंथन हो रहा है। इसमें परंपरागत वोटरों के साथ क्षेत्र के प्रभावशाली लोग शामिल होंगे। संगठन स्तर पर नियमित संवाद के लिए एक आतंरिक ग्रुप अलग से बनाया जाएगा। इसमें पार्टी के दिशा-निर्देश आदि की जानकारी दी जाएगी। नेता-कार्यकर्ता अन्य वाट््स एप ग्रुप्स में भी सक्रिय भागीदारी करेंगे।
विरोधियों पर होगा वार
वाट््स एप ग्रुप्स का मुख्य काम विरोधियों के दुष्प्रचार से निपटना होगा। कार्यकर्ता दुष्प्रचार का जवाब देंगे। कोई बड़ा दुष्प्रचार होने पर वरिष्ठ नेताओं को जानकारी देंगे। वहीं फेसबुक पर पदाधिकारियों से अपने स्तर पर सक्रिय रहने को कहा गया है।
आगामी चुनाव के लिए पार्टी ने काम शुरू कर दिया है। सोशल मीडिया भी वर्तमान में प्रचार का अहम हिस्सा है। पार्टी की रणनीति के तहत ही सभी काम किए जाएंगे।
शुभम सिंह, जिलाध्यक्ष बसपा