नागवार गुजरी दूल्हे की हरकत, नहीं भाया वरमाला का स्टाइल
दूल्हे ने गोद मे उठा की थी हरकत। दूल्हा लगा रहा अब दुल्हन पर दौड़े पड़ने का आरोप।
आगरा, जागरण संवाददाता। एक तो दूल्हे के जयमाल का तरीका पसंद नहीं आया। दूसरी उसकी हरकत नागवार थी। इन दो बातों ने एक पल में दुल्हन का फैसला बदल दिया। उसे जीवन साथी मंजूर नहीं था।
दुल्हन का बरात में आए लोगों से कहना था कि दूल्हे ने उसे गोद में लेने के बाद गलत हरकत की। इस हरकत ने उसके चरित्र को एक झटके में बयां कर दिया। यह हरकत उसने सबकी मौजूदगी में की। लड़का और लड़की दोनों परिवारों के बुजुर्ग भी वहां मौजूद थे। इससे उसे लगा कि वह ऐसे जीवन साथी के साथ अपना पूरा जीवन नहीं बिता सकती। सात फेरों और दांपत्य का मतलब ही संयम और त्याग है। एक दूसरे के भावों की कद्र करना है। वह पति के रूप में जिस शख्स को देखना पसंद करती, दूल्हा पहली ही परीक्षा में फेल हो गया।
ऐसे में उसके साथ आगे की जीवन बिताना उसे हमेशा दुख देता। इसलिए उसने बरात को बैरंग लौटा दिया। उसे अपने इस फैसले पर कोई दुख और पछतावा नहीं है। वहीं दुल्हन के फैसले का पहले तो उसके परिवार ने भी विरोध किया। मगर, जब उसने अपनी बात रखी तो उन्होंने भी बेटी का साथ दिया। आखिर जिंदगी भी तो उसी को बितानी थी।
दूल्हे ने लगाया दुल्हन को दौरे पडऩे का आरोप
वहीं दूल्हे ने दुल्हन के साथ किसी तरह की हरकत से इंकार किया। उसका कहना था कि दुल्हन को दौरे आते हैं। उसके अचानक बेसुध होने पर सवाल किया तो उसने शादी से मना कर दिया। उसे मनाने और समझाने की कोशिश की, पंचायत को भी बुलाया लेकिन वह अपनी जिद पर अड़ी रही। इसके चलते उन्होने भी इस रिश्ते को बरकरार रखने की कोशिश नहीं की।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप