मौसम की मार से लडख़ड़ाया ईंट कारोबार, पड़ सकता है रेट पर असर Agra News
बेमौसम बरसात व कोहरे से प्रभावित हुआ ईंट भट्ठाेें में कामकाज।
आगरा, जेएनएन। मौसम की मार से ईंट भट्ठा कारोबार लड़खड़ा गया है। बेमौसम बरसात व कोहरे की वजह से कामकाज प्रभावित हो रहा है। जिससे चिमनियों की आग ठंडी पड़ चुकी है। कच्ची ईंटों का स्टॉक लगभग खत्म है और नई की पथाई हो नहीं पा रही। स्टॉक में आई कमी का असर सीधे तौर पर आने वाले समय पर रेट पर दिख सकता है।
पिछले एक माह से बिगड़ रहे मौसम का मिजाज से कारोबार पटरी से उतर गया है। जिससे भट्ठा संचालकों की नींद उड़ी हुई है। अकेले मथुरा जनपद में ही डेढ़ सौ ईंट भट्ठा संचालित हैं। मथुरा जिला ईंट भट्ठा एसोसिएशन के महामंत्री भानुप्रकाश वार्ष्णेय का कहना है कि मौसम की मार से भट्ठा व्यवसाय पूरी तरह पटरी से उतर गया है। पिछले करीब डेढ़ माह से पथाई समेत अन्य कामकाज ठप पड़ा है। जिसका सीधा असर ईंटों के उत्पादन पर दिख रहा है।
मजदूर भी हैं परेशान
ईंट भट्ठों पर पथाई के अलावा जलाई और भराई करने वाले मजदूर भी मौसम की मार से परेशान है। पथाई करने वाले मजदूर तेर सिंह और जीवन लाल का कहना है कि काम बंद पड़ा होने से वह भट्ठा संचालकों से खर्चा के रूप में ले रहे पैसे के बोझ से दबे जा रहे हैं। जलाई मिस्त्री शिवप्रसाद का कहना है कि कच्ची ईंटों का स्टॉक खत्म हो चुका है, फिर भी वे मौसम को देखते हुए चिमनियों में आग नहीं फूंक पा रहे हैं।
पिनाहट में भी यह हाल
पिनाहट व बाह-जरार रोड पर स्थित भट्ठों का भी यही हाल है। यहां से कुछ मजदूर छुट्टी लेकर गांव चले गए हैं। दरअसल दोपहर 12 बजे के बाद धूप खिल रही है। दोपहर तीन बजे से फिर से ठंड हावी। ऐसे में ईंटों को पकाने के लिए उचित तापमान नहीं मिल पा रहा। भट्ठा संचालक मोहन प्रकाश शर्मा ने बताया कि वसंत पंचमी के बाद ही मौसम साफ हो पाएगा, तब ही भट्ठों पर काम लगेगा। नए स्टॉक की किल्लत के चलते पुरानी ईंटों के दाम में बढ़ोत्तरी हो रही है।