Happy Birthday Hema Malini: बहुत गहरा है हेमा का ताजनगरी से रिश्ता, पग घुंघरू बांध नाची थीं मीरा बनकर
Happy Birthday Hema Malini हेमामालिनी फिल्मों की शूटिंग के सिलसिले में कई बार आगरा आई होंगी लेकिन वर्ष 1994 में ताजमहल के पीछे मेहताब बाग में मीरा नृत्य नाटिका की प्रस्तुति हेमा ने दी थी। उस समय तक हेमा का राजनीति के दूर-दूर तक नाता नहीं था।
आगरा, आदर्श नंदन गुप्त। अनुपम सौंदर्यशाली ताजमहल, उसके साये में मेहताब बाग, वहां मीरा बनकर स्वप्न सुंदरी हेमामालिनी ने जब नृत्य किया तो दर्शकों को विश्वास ही नहीं हो रहा था कि शोले फिल्म का बसंती, अपनी इस प्रकार की अनूठी प्रस्तुति देंगी, जिसमें सभी श्रद्धा भक्ति में डूब जाएंगे।
विख्यात सिने तारिका हेमामालिनी का आज शुक्रवार को जन्मदिन है। ताजनगरी के वासी उनके दीर्घजीवन की कामना कर रहे हैं। हेमामालिनी फिल्मों की शूटिंग के सिलसिले में कई बार आगरा आई होंगी, लेकिन वर्ष 1994 में ताजमहल के पीछे मेहताब बाग में मीरा नृत्य नाटिका की प्रस्तुति हेमा ने दी थी। उस समय तक हेमा का राजनीति के दूर-दूर तक नाता नहीं था। इस मशहूर अभिनेत्री के अभिनय को लोगों ने रुपहले पर्दे पर तो कई बार देखा, लेकिन उनका यहां दूसरा रूप था। हेमामालिनी की मीरा के रूप, रस, रंग एवं विरह की अलग-अलग मुद्राओं को दर्शक अपलक निहारते रहे। करीब ढाई घंटे तक- मेरे तो गिरधर गोपाल दूसरों न कोई, जा के सिर मोर-मुकट मेरो पति सोई...। छाड़ि दयी कुल की कानि, कहा करिहै कोई आदि मीरा से जुड़े गीत-भजनों पर नृत्य किए। हेमामालिनी उसके कई साल बाद राजनीति में आ गई। चुनाव प्रचार के लिए उनका कई बार यहां आना हुआ। हरि सत्संग समिति ने नवंबर, 2012 में फतेहाबाद रोड एक मैदान पर नृत्य नाटिका रामायण का मंचन किया। उसमें उनका अलग ही रूप निखर कर आया था। समिति के संजय गोयल ने बताया कि यह कार्यक्रम तीन घंटे तक चला था। लीडर्स आगरा का वार्षिक समारोह 2018 को हुआ था, उसमें वे मुख्य अतिथि थीं। समिति के अध्यक्ष सुनील जैन ने बताया कि हेमामालिनी ने शहर की कई शख्सियतों को सम्मानित किया था। हरिसत्संग समिति और लीडर्स आगरा के पदाधिकारियों ने हेमामालिनी के जन्मदिवस पर उनके दीर्घजीवन की कामना की है।
नृत्य के विदेश में भी दीवाने
शास्त्रीय नृत्य को विदेशों में पसंद करने वाले बढ़ रहे हैं। जैसे लोग बॉलीवुड डांस में लोग रुचि ले रहे हैं, वैसे ही शास्त्रीय नृत्य में भी गहरी रुचि है। विदेश में शास्त्रीय संगीत का क्रेज बढ़ा है। एक बार जब मैं रूस गई तो वहां भारतीय शास्त्रीय नृत्य की डांस क्लास देख दंग रह गई। वहां शास्त्रीय नृत्य की जबर्दस्त दीवानगी है। विदेशी कलाकार साड़ी, बिंदी लगाकर डांस कर रहे थे। जार्जिया, फ्रांस और स्विट्जरलैंड में भी शास्त्रीय नृत्य बेहद पापुलर है।