जानिए आखिर क्यों हैं रेलवे पुलिस के रडार पर साइबर कैफे संचालक Agra News
ई-टिकट बुकिंग पर अतिरिक्त धनराशि वसूलने वाले के खिलाफ हो रही कार्रवाई। टिकट काला बाजारी की श्रेणी में आता है अतिरिक्त धनराशि लेना।
आगरा, गौरव भारद्वाज। रेलवे की ऑनलाइन टिकट देने का काम करने वाले साइबर कैफे संचालकों पर रेलवे पुलिस बल की नजर है। यात्रियों से टिकट से अधिक राशि लेने पर रेलवे एक्ट में अपराध की श्रेणी में आता है। पिछले दिनों रेलवे पुलिस ने पांच साइबर कैफे संचालकों को गिरफ्तार किया है।
रेलवे टिकट की काला बाजारी रोकने को रेलवे पुलिस ने पिछले दिनों पूरे देश में एक साथ अभियान चलाया था। इसमें आगरा मंडल से पांच एजेंट पकड़े गए थे। अब आगे की कड़ी में रेलवे पुलिस की रडार पर ऐसे साइबर कैफे संचालक हैं जो आइआरसीटीसी की वेबसाइट से आम यात्री के रूप में तत्काल और रिजर्वेशन की टिकट निकालते हैं। इसके बदले में यात्री से अतिरिक्त धनराशि वसूलते हैं। रेलवे एक्ट में यह टिकट की काला बाजारी की श्रेणी में आता है। रेलवे पुलिस ऐसे साइबर कैफे पर ग्राहक बनकर पहुंच रही है। आरपीएफ थाना फोर्ट प्रभारी ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि अनाधिकृत एजेंट द्वारा अपनी आइडी के इस्तेमाल से टिकट निकालकर बिक्री करना गैरकानूनी है। इसमें टिकट बेचने और खरीदने वाले दोनों दोषी होते हैं।
तत्काल के 300, रिजर्वेशन के 100 रुपये
साइबर कैफे से टिकट बुकिंग करने वाले लोग यात्री से तत्काल टिकट बुक करने के लिए 300 रुपये और रिजर्वेशन करने पर 100 रुपये अधिक लेते हैं। इसके लिए वह अपने बैंक एकाउंट और आइडी का प्रयोग करते हैं।
एजेंट बन कर सकते हैं काम
अगर टिकट बुकिंग का काम करना है तो इसके लिए आइआरसीटीसी का अधिकृत एजेंट बनाना होगा। इसमें यात्री से टिकट का निर्धारित शुल्क ही लिया जाएगा, एजेंट को आइआरसीटीसी की ओर से कमीशन दिया जाता है।
तत्काल बुकिंग भी कर रहे प्रभावित
तत्काल सेवा का आम यात्रियाों को लाभ देने के लिए रेलवे द्वारा अधिकृत एजेंट को काउंटर खुलने के आधे घंटे बाद ई-टिकट बुक करने दिए जाते हैं,जबकि अनाधिकृत एजेंट आम यात्री बनकर तुरंत तत्काल टिकट बुक लेते हैं। इससे भी लाइन में लगने वाले यात्रियों को परेशानी होती है।
रेलवे निकलवा रही पूरा रिकॉर्ड
रेलवे पुलिस ने टिकट बुकिंग का काम करने वाले लोगों की लिस्ट बनाकर उनका पूरा ब्योरा जुटाना शुरू कर दिया है। इसके लिए वह आइआरसीटीसी से ट्रांजेक्शन का पूरा रिकॉर्ड लिया जा रहा है। पिछले दिनों रेलवे ने शाहगंज से एक साइबर कैफे संचालक को पकड़ा था। रिकॉर्ड निकल वाने पर पता चला कि साढ़े चार लाख के टिकट बुक किए गए थे।
यह है सजा का प्रावधान
टिकट की कालाबाजारी में रेलवे एक्ट के अनुसार कम से कम छह माह की सजा और 10 हजार रुपये के जुर्माने का प्रावधान है।
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