ताजनगरी से एससी समाज को संदेश देगा भगवा दल
छह घंटे के अधिवेशन में खूब हुई भाजपा व एससी समाज की बात, आगरा की कार्यसमिति की पूरे देश में होगी गूंज
आगरा (जेएनएन): राजनीतिक दलों की सियासी राह में आगरा कई मायनों में महत्वपूर्ण रहा है। कभी सपा ने अपनी कार्यसमिति की बैठक कर यहां सियासी ताना-बाना बुना था। अब भाजपा ने एससी वोटरों को लेकर नई सियासी इबारत भी इसी ताजनगरी से लिखी है। नेताओं ने साफ कर दिया कि आगरा में एससी समाज को दिए गए संदेश की गूंज दूर तलक सुनाई देगी।
एससी बहुल आगरा पर एससी राजनीति को लेकर राजनीतिक दलों की नजरें हमेशा से टिकी रही हैं। भाजपा के पूर्व में भी बड़े कार्यक्रम यहां हुए, तो सपा ने भी यहीं मंच सजाकर कई अहम मुद्दों पर चर्चा की। कई दलों ने अपने चुनावी अभियान की शुरुआत के लिए भी ताजनगरी को ही चुना। एससी वोटरों को लेकर चल रही राजनीतिक खींचतान के बीच भाजपा ने फिर यहां मंच सजाया। करीब छह घंटे तक चली कार्यसमिति की बैठक में सिर्फ और सिर्फ भाजपा और दलितों के बीच नई सियासत लिखने पर ही बात हुई। दूसरे दलों पर इशारों में निशाना साधा गया। मोर्चा का राष्ट््रीय अधिवेशन भी जल्द ही उत्तर प्रदेश में कराने के एलान से भाजपा नेताओं ने ये भी स्पष्ट कर दिया कि चुनाव से पहले वे एससी वोटरों को लेकर पूरी रणनीति तैयार कर लेना चाहते हैं। अनुसूचित मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनोद सोनकर कहते हैं कि भाजपा ही केवल एससी समाज की हितैषी है। इसका संदेश आगरा की सरजमीं से ही पूरे देश में फैलेगा।
सम्मेलनों की सौंपी जिम्मेदारी
कार्यसमिति की बैठक में अनुसूचित जाति के अलग-अलग समाज के लखनऊ में सम्मेलन कराने की जिम्मेदारी भी नेताओं को दी गई। धोबी समाज का सम्मेलन कराने की जिम्मेदारी उन्नाव विधायक बंबालाल दिवाकर को दी गई, तो सोनकर समाज के सम्मेलन का प्रभारी विद्या सागर सोनकर, वाल्मीकि समाज के सम्मेलन की अनूप वाल्मीकि, जाटव समाज का सम्मेलन जुगल किशोर और पासी समाज के सम्मेलन की जिम्मेदारी उपेंद्र रावत को दी गई है।