स्वास्थ्य राज्यमंत्री के सामने भाजपाइयों ने उड़ाईं सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां, खामियों पर दिखे खफा
Physical Distancing स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग ने किया मैनपुरी और फीरोजाबाद में स्वास्थ्य सेवाओं का निरीक्षण।
आगरा, जेएनएन। कोरोना के मामलों में लगातार बढ़ोत्तरी होती देख शासन के निर्देश पर स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग गुरुवार को मैनपुरी और फीरोजाबाद पहुंचे। स्वास्थ्य राज्यमंत्री ने कहा कि कोरोना को फैलने से रोकने के लिए शारीरिक दूरी ही सबसे ज्यादा जरूरी है। बाकी इलाज सरकार करा रही है। लेकिन मंत्री के काफिले में ही शारीरिक दूरी का नियम टूटता रहा। भाजपा के पदाधिकारियों में फोटो खिंचाने के लिए होड़ मची रही। खुद राज्यमंत्री शारीरिक दूरी को मेंटेन नहीं कर सके।
वहीं इससे पहले मंत्री ने जिला अस्पताल सौ शैय्या का निरीक्षण किया। इमरजेंसी में उनको कई खामियां मिलींं। बताया गया है कि अस्पताल के इनडोर में कुछ मरीजों ने व्यवस्था सही न होने शिकायत भी की। अव्यवस्था से नाराज राज्यमंत्री ने अस्पताल प्रशासन से तीन महीनों का मेंटीनेंस रिकॉर्ड तलब कर लिया है। संक्रमण काल के दौरान साफ सफाई और व्यवस्थाओं को बेहतर कराने के लिए किए गए इंतजामों की भी लिखित रिपोर्ट मांगी है। इसके अलावा इमरजेंसी और इनडोर में भर्ती होने वाले सभी मरीजों का विवरण उनकी बीमारियों के साथ दो दिन के अंदर सौंपने को कहा है। स्वास्थ्य मंत्री ने शारीरिक दूरी मेंटेन करने के लिए निर्देश दिए। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि कोरोना मरीजों की संख्या प्रवासियों की आमद के साथ बढ़ी है। जिले में ठीक होने का प्रतिशत भी बेहतर है।
फीरोजाबाद में हुई नारेबाजी
राज्य मंत्री अतुल गर्ग ने फीरोजाबाद सरकारी ट्रॉमा सेंटर, चाइल्ड वार्ड, पोषण पुनर्वास केंद्र और महिला अस्पताल के वार्ड का निरीक्षण किया। इस दौरान शौचालयों में सफाई व्यवस्था ठीक नहीँ मिलने पर मंत्री ने अस्पताल प्रशासन से नाराजगी जताई। निरीक्षण के दौरान मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल के खिलाफ का आरोप लगाते हुए कुछ लोगो ने नारेबाजी की।
यहां भी टूटे शारीरिक दूरी के नियम
निरीक्षण के दौरान मंत्री के साथ बीजेपी कार्यकर्ताओं की भीड़ चली और शारीरिक दूरी के नियम टूट गए। मौजूद पुलिस वालों ने रोकने की कोशिश की, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं था। कई नेता वार्ड के अंदर भी चल गए। निरीक्षण के दौरान सांसद चंद्रसेन जादौन, विधायक मनीष असीजा, विधायक मुकेश वर्मा व अन्य अधिकारी साथ में रहे।