भाजपा का 'एससी प्रेम', अब हर घर पर दस्तक देंगे पार्टी पदाधिकारी
अनुसूचित जाति के वोटरों के सहारे विपक्षियों की नींद उड़ाने की तैयारी, हर बूथ पर होंगे एससी समाज के दो सदस्य
आगरा (जेएनएन): लोकसभा चुनाव को लेकर एससी वोटरों पर सियासत तेज हो गई है। रविवार को मोहब्बत की नगरी में भाजपा का भी 'एससी प्रेम' उमड़ा। भाजपा की चुनावी रणनीति के केंद्र में इस बार एससी वोटर भी प्रमुख रूप से शामिल हैं। इसीलिए चुनाव से पहले इस समाज के हर व्यक्ति के घर तक दस्तक देने की योजना तैयार हुई है।
भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में प्रदेश संगठन महामंत्री सुनील बंसल ने कार्यकर्ताओं से रणनीति भी साझा की। आगरा की धरती से एससी समाज को दिए संदेश की गूंज पूरे देश में सुनाई देने का आह्वान भी किया। चुनावी जंग में मजबूत बूथों से विपक्षियों पर वार करने की भाजपा ने तैयारी पहले ही कर ली है। हर बूथ पर एससी समाज से दो सदस्य अनिवार्य रूप से शामिल किए जाएंगे। भाजपा की रणनीति के सियासी मायने हर बूथ पर एससी वोटरों को अपने पक्ष में रिझाने के हैं।
ये होंगे कार्यक्रम
-10 से 15 नवंबर तक बूथ स्तर पर 21 सदस्यीय समिति का अभिनंदन होगा। प्रदेश के 1.40 लाख बूथों पर 30 लाख कार्यकर्ताओं का अभिनंदन होगा।
- 17 नवंबर को 80 लोकसभा क्षेत्रों में बाइक रैली निकाली जाएगी। इसमें हर बूथ से पांच कार्यकर्ता शामिल होंगे। क्षेत्र में आठ से दस किमी के दायरे में बाइक रैली घूमेगी।
- एक से 15 दिसंबर तक सभी विधानसभा क्षेत्रों में पदयात्रा निकाली जाएगी। हर दिन कार्यकर्ता 10 किमी पैदल चलेंगे। हर घर में दस्तक देंगे। 150 कार्यकर्ता यात्रा में शामिल रहेंगे।
- पदयात्रा में हर गांव के सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों से संपर्क किया जाएगा।
- 26 जनवरी की शाम कमल विकास ज्योति कार्यक्रम होगा। प्रदेश के विभिन्न योजनाओं के तीन करोड़ लाभार्थियों के घर जाकर विकास का दीप जलाया जाएगा।
- जिले के हर एससी समाज के पदाधिकारी को 30 अक्टूबर तक 50 सदस्य बनाने हैं।
- एससी समाज के प्रबुद्ध वर्ग की सूची तैयार होगी। इसी माह प्रबुद्ध वर्ग के क्षेत्रवार सम्मेलन होंगे।
- जनवरी-फरवरी में लोकसभा स्तर पर एससी समाज का सम्मेलन होगा।
- एससी समाज का प्रदेश स्तरीय सम्मेलन जल्द लखनऊ में होगा। इसमें तीन लाख से अधिक समाज के लोगों की भागीदारी बनाने पर रणनीति बनी।
- समाज कल्याण विभाग के 252 छात्रावासों को एससी समाज के पदाधिकारियों को गोद देने की योजना।