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जेपी नड्डा ने किया जिन राजेश्वर महादेव का पूजन, जानिए क्या है आगरा के उस मंदिर का इतिहास

BJP President JP Nadda भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आगरा के जिस राजेश्वर महादेव मंदिर में पूजन किया उसका इतिहास सैंकड़ों वर्ष पुराना है। मान्यता है कि मंदिर में स्थापित शिवलिंग दिन में तीन बार रंग बदलता है।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Fri, 21 Jan 2022 03:16 PM (IST)Updated: Fri, 21 Jan 2022 03:16 PM (IST)
जेपी नड्डा ने किया जिन राजेश्वर महादेव का पूजन, जानिए क्या है आगरा के उस मंदिर का इतिहास
राजेश्वर महादेव मंदिर में पूजन करते जेपी नड्डा।

आगरा, जागरण संवाददाता। चुनावी समर में बड़े नेताओं की हर बात, हर काम महत्वपूर्ण हो जाता है। शुक्रवार को जब भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा आगरा संगठन की बैठक के लिए आये तो सबसे पहले राजेश्वर महादेव मंदिर पहुंचे। सड़क मार्ग से कार द्वारा आगरा पहुंचने के बाद होटल जाकर आराम करने की जगह उन्होंने आगरा के इस प्राचीन मंदिर में पूजन करना श्रेष्ठ समझा। मंदिर में विधि विधान से महादेव की आराधना करने के बाद भाजपा अध्यक्ष संगठन की बैठक के लिए रमाडा होटल रवाना हुए। यूं तो आगरा के राजपुर चुंगी स्थित मंदिर इतिहास और मान्यता के चलते प्रसिद्ध है। लेकिन आज जब चुनावी सरगर्मी के मध्य भाजपा अध्यक्ष ने यहां आकर पूजन किया तो लोग यहां के इतिहास को जानने के लिए उत्सुक हैं। आइये हम आपको बताते हैं प्राचीन राजेश्वर मंदिर का क्या है इतिहास। 

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ताजनगरी के चारों कोनों पर भगवान शिव के प्राचीन मंदिर स्थित हैं। मान्यता है कि देवाधिदेव महादेव शहरवासियों की आपत्तियों से रक्षा करते हैं। इन्हीं मंदिरों में से एक हैं राजेश्वर महादेव का मंदिर। शमसाबाद रोड, राजपुर चुंगी पर राजेश्वर महादेव मंदिर है। इसका इतिहास करीब 850 से 900 वर्ष पुराना बताया जाता है। कहा जाता है कि राजाखेड़ा का एक सेठ नर्मदा नदी (मध्य प्रदेश) के समीप से बैलगाड़ी से शिवलिंग स्थापित करने के लिए ले जा रहा था। वर्तमान मंदिर स्थल के पास एक कुआं था, वहां वह विश्राम के लिए रुका। आराम के दौरान उसे शिवजी ने सपना दिया कि शिवलिंग को यहीं स्थापित कर दिया जाए। सेठ माना नहीं और शिवलिंग ले जाने की कोशिश करने लगा। शिवलिंग वहां से हिला नहीं और वहीं स्थिर हो गया। तभी से यहां मंदिर स्थापित है। मंदिर का जीर्णोद्धार लगातार हो रहा है।

मान्यता

मान्यता है कि यह शिवलिंग दिन में तीन बार रंग बदलता है। सुबह मंगला आरती के दौरान सफेद, दोपहर की आरती के दौरान हल्का नीला और शाम की आरती के दौरान गुलाबी रंग का प्रतीत होता है।


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