जलामृत को बाइकर्स का एक्सपीडिशन, बंधियों में जल के सदुपयोग का दिया संदेश
सदर बाजार से जगनेर तक रविवार को हुई बाइक रैली
आगरा,जागरण संवाददाता। ताज रॉयल्स बुलेट क्लब ऑफ आगरा, फोटोग्राफर्स क्लब ऑफ आगरा और सिविल सोसायटी ऑफ आगरा ने रविवार को 'जलामृत एक्सपीडिशन' किया। सदर से शुरू हुई बाइक रैली जगनेर तक गई। जगनेर व तांतपुर में स्थित करीब 40 बंदियों की ओर शासन-प्रशासन का ध्यान आकृष्ट किया गया, जो एक बड़े क्षेत्र की जरूरत को पूरा कर सकती हैं।
सदर स्थित सीसीडी से शुरू हुई जलामृत एक्सपीडिशन रैली का शुभारंभ विधायक महेश गोयल ने किया। जगनेर पहुंचने पर रैली का स्वागत ग्रामीणों द्वारा किया गया। एक्सपीडिशन का मुख्य उद्देश्य सरकार को जगनेर की जल शक्ति के बारे में अहसास कराना था। यहां कोट बांध से भारा बंध तक लगभग 40 बंधियां हैं। सिंचाई विभाग को उनके अनुरक्षण व मूल क्षमता को बहाल करने के लिए आजादी के बाद से कभी जरूरत के अनुसार धन नहीं मिला। ये मानूसन में वैटलेंड में बदल जाती हैं। अक्टूबर में जब किसान आलू या सरसों की बुवाई करते हैं तो इन बंधियों में एकत्र जलराशि को उटंगन व किबाड़ नदी में छोड़ दिया जाता है। ये फतेहाबाद में रेहावली गांव में यमुना में मिल जाता है। जबकि इस जलराशि का उपयोग योजना बनाकर जगनेर, खेरागढ़ और शमसाबाद की प्यास बुझाने में किया जा सकता है। यह जलराशि आगरा के निकट स्थित अरनौटा पुल के अपस्ट्रीम में नगला बिहारी होकर गुजरती है, वहां उसे रोककर उपयोग किया जा सकता है।
रैली में हरविजय सिंह बाहिया, अनिल शर्मा, पियूष, लईक अहमद सिद्दीकी, शाहिद जेम्स, शाहिद समी, रफीक, अरुण शर्मा, लॉरेंस मसीह, विक्की, रिकू वर्मा, हेमेंद्र, सुशांत, राकेश चौहान आदि शामिल रहे। रैली के मुख्य लक्षित स्थल
-कोट बांध
-तांतपुर बंधी
-मेवली बंधा अप एवं डाउन
-तांतपुर रेलवे स्टेशन
-हवेली
-तांतपुर बांध। पर्यटन आकर्षणों की कमी नहीं
-यहां बंधियों में जलराशि उन्हें खाली करने के बाद शून्य हो जाती हो, लेकिन रोड साइड पहाड़ियों पर एडवेंचर टूरिज्म का काफी स्कोप है।
-जगनेर का किला तो आकर्षण है ही, यहां किंवदंतियों के अनुसार सीता खोज मंदिर भी है।
-तांतपुर के नैरोगेज रेलवे स्टेशन से ही दिल्ली में बने संसद भवन, राष्ट्रपति भवन और इंडिया गेट के निर्माण को तांतपुर का पत्थर गया था।