कचरेे से भी मोटी कमाई, अब खुल रही घोटाले की धीरे-धीरे परतें Agra News
डोर-टू-डोर कलेक्शन की सूची में शामिल कई फर्जी मोहल्ले। सत्यापन में खुली पोल कागजों में इन मोहल्लों से कूड़ा उठान भी दर्शाया।
आगरा, जागरण संवाददाता। डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन में कंपनियों ने कारस्तानी की है। कागज में मोहल्ले दिखाए और वहां से कूड़े का उठान दिखा दिया गया है। ये पोल सत्यापन में खुली है। जांच में आधा दर्जन मोहल्ले नहीं मिले हैं। इसकी रिपोर्ट बनकर तैयार हो गई है।
नगर निगम के सौ वार्डों में कूड़ा उठान में खेल हुआ है। पार्षदों की शिकायतों के बाद मामले की जांच चल रही है। जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। आगरा में बेकार नगर, प्रमोद नगर, जसवंत नगर, सेमरी नगर, राम नगर, बिहारी नगर मोहल्ले वार्डों में नहीं मिले हैं। इन छह मोहल्लों के 17 हजार घरों से कूड़े का उठान हर दिन दर्शाया गया। यहां तक पूर्व में नगर निगम प्रशासन ने ऐसे मोहल्लों का भुगतान भी कर दिया है। पार्षद रवि माथुर ने बताया कि पीपल मंडी क्षेत्र में ब्लॉक दिखाए गए हैं, जबकि यहां इस तरीके के ब्लॉक नहीं हैं। दरेसी बाजार में महिलाओं के नाम से दर्जनभर मकान दिखाए गए हैं। एक भी मकान मौके पर नहीं मिला है। पार्षद अनुराग चतुर्वेदी ने बताया कि कूड़े उठान के नाम पर कंपनियों ने मनमानी की है। जो मोहल्ले आगरा में हैं ही नहीं। वहां से भी कूड़ा उठान दिखाया गया है। ऐसे में दोषी कंपनी संचालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।