आया सामने बड़ा घोटाला, फर्जी दस्तावेज तैयार कर बेच दी बीहड़ की जमीन Agra News
पिनाहट के सेरब क्षेत्र में है 0.69 हेक्टेअर जमीन। बाह तहसीलकर्मियों की मिलीभगत से इन्कार नहीं। एसडीएम बाह की जांच में फर्जीवाड़ा आया सामने।
आगरा, जागरण संवाददाता। पिनाहट के सेरब क्षेत्र में बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ है। फर्जी दस्तावेज तैयार कर बीहड़ की जमीन को बेच दिया गया। जमीन बेचने में तहसील बाह और उप निबंधक कार्यालय के कर्मचारियों के शामिल होने से इन्कार नहीं किया जा सकता है।
बाह तहसील के सेरब क्षेत्र में बड़े पैमाने पर बीहड़ है। सेरब क्षेत्र में पुरानी खतौनी 1419 है। गाटा संख्या 86/19 रकबा 2.28 हेक्टेअर में बीहड़ की जमीन अंकित थी, लेकिन जमीन के फर्जी दस्तावेज तैयार कर इसे बेच दिया गया। इसका पता शिकायतों से चला। जिसकी जांच तत्कालीन एसडीएम बाह महेश कुमार ने की। जांच में पाया गया कि नई खतौनी में संबंधित गाटा संख्या में 1.59 हेक्टेअर जमीन ही अंकित है। बाकी 0.69 हेक्टेअर बिना किसी आदेश के उमेश पुत्र होतम सिंह के नाम अंकित कर दी गई। उमेश ने जमीन अंगद सिंह, बृजमोहन को बेच दी।
नहीं दर्ज कराया मुकदमा
तत्कालीन एसडीएम बाह महेश कुमार ने बताया उमेश, अंगद सिंह, बृजमोहन और दोषी कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के आदेश दिए गए थे, लेकिन आजतक मुकदमा दर्ज नहीं कराया गया है। तहसीलदार बाह ने मुकदमा दर्ज कराने के आदेश का पालन नहीं किया। महेश कुमार ने बताया कि मामले की जांच रिपोर्ट एडीएम प्रशासन और डीएम एनजी रवि कुमार को भेज दी गई है।
शिकायतों को किया नजरअंदाज
लेखपाल और कानूनगो से ग्रामीणों ने कई शिकायतें कीं, लेकिन उन्हें नजरअंदाज कर दिया गया। यहां तक तहसीलदार बाह ने जांच कराने के आदेश नहीं दिए।
बीहड़ क्षेत्र की अलग से होती है लिस्ट
सभी उप निबंधक कार्यालयों में बीहड़ क्षेत्र और सरकारी जमीन की अलग से सूची उपलब्ध है। बैनामा करने से पूर्व एक बार यह सूची देखनी होती है, लेकिन अधिकांश कार्यालयों में यह नहीं किया जा रहा है। आंख मूंदकर बैनामा कर दिया जाता है।
सेरब क्षेत्र में बीहड़ की जमीन को फर्जी दस्तावेज तैयार कर बेच दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
निधि श्रीवास्तव, एडीएम प्रशासन