स्मॉग का अलर्ट, फेफड़ों के लिए खतरा, श्वांस रोगी रहें सावधान
- प्रदूषण और कोहरे से बिछने लगी जहरीली हवाओं की चादर - सर्दी खांसी से लेकर अस्थमा अटैक की बढ़ी आशंका
आगरा, जागरण संवाददाता। लगातार घटते तापमान और बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने स्मॉग का अलर्ट जारी किया है। लोगों को ताकीद की गई है कि वह सर्दी से बचाव करें और मास्क लगाकर निकलें।
बुधवार को तापमान 2.7 डिग्री पहुंच गया। सर्द हवा के साथ ही प्रदूषण का बढ़ता स्तर स्मॉग की स्थिति पैदा कर रहा है। पिछले कुछ दिनों से एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) 400 से ज्यादा है। सामान्य तौर पर यह 50 होना चाहिए। लगातार बढ़ते प्रदूषण के बाद भी हाईवे से लेकर तमाम सड़कों पर उड़ती धूल को नहीं रोका जा सका। जगह-जगह लग रहे जाम की वजह से भी वायु प्रदूषण में इजाफा हो रहा है। नगर निगम ने लकड़ी के अलाव तो रोक दिए हैं लेकिन अभी भी लोग ठंड से बचने के लिए अपने स्तर पर आग लगा रहे हैं। कूड़े में भी चोरी-छिपे आग लगाई जा रही है। सुबह कोहरा छाने लगा है, जिससे स्मॉग का खतरा है। आंबेडकर विवि के रसायन विज्ञान विभाग के डॉ. अजय तनेजा ने बताया कि तापमान कम होने से ऑक्साइड ऑफ नाइट्रेट, सल्फर डाई ऑक्साइड, धूल कण और मेटल नीचे बने रहते हैं। सतह पर मौजूद यही प्रदूषण के कण, कोहरे और नमी से मिलकर स्मॉग बनाते हैं, जहरीली हवा और नमी से मिलकर बना स्मॉग घातक होता है।
एसएन के टीबी एंड चेस्ट डिपार्टमेंट के डॉ. जीवी सिंह ने बताया कि स्मॉग में अस्थमा, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) से पीड़ित मरीजों को सांस लेने में तकलीफ होती है। स्मॉग सांस के माध्यम से फेफड़ों तक पहुंच रहा है, इससे फेफड़ों का संक्रमण और सांस की नलिकाओं में सूजन हो रही है। ऐसे में अस्थमा अटैक पड़ने पर मरीज गंभीर हालत में भर्ती हो रहे हैं। इन्हें ऑक्सीजन पर रखना पड़ रहा है।
स्मॉग और सर्दी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट किया है। सीएमओ डॉ. मुकेश वत्स ने बताया कि सर्दी से बचने के लिए लोगों को आगाह किया जा रहा है। वहीं, एसएन, जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर इलाज की व्यवस्था की गई है। ये करें
- सर्दी में टहलने ना जाएं, धूप निकलने पर ही बाहर निकले
- शाम के समय घर से बाहर निकलने से बचें
- सर्दी से बचने के साथ मुंह पर रूमाल और मास्क लगाकर रहें
- घर में धुआं ना करें, आस पास में कूड़ा ना जलने दें
- डॉक्टर से परामर्श लेकर दवाओं की डोज एडजस्ट करा लें