Bed Entrance Exam 2020: 19 हजार परीक्षार्थी देंगे प्रवेश परीक्षा, जानिए कहां कितने बने हैं सेंटर
Bed Entrance Exam 2020 गुरुवार को सेंटरों की संख्या हो गई 39। सरकारी और एडेड कालेजों को बनाया जाएगा सेंटर।
आगरा, जागरण संवाददाता। लखनऊ विवि द्वारा कराई जा रही बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा में आगरा में लगभग 19 हजार विद्यार्थी परीक्षा देंगे। हर सेंटर पर 300 से 500 परीक्षार्थी बैठेंगे। सीसीटीवी समेत अन्य सुविधाओं की व्यवस्था सेंटरों पर की जाएगी। हालांकि सेंटरों की संख्या को लेकर अभी तक सि्थति साफ नहीं है।
लगातार बदल रही सेंटरों की संख्या
लखनऊ विवि द्वारा 29 जुलाई को होने वाली बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा अब नौ अगस्त को होगी। यह फैसला बुधवार को उप-मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने ऑनलाइन बैठक में लिया। इसके बाद आगरा में 38, फिरोजाबाद में चार, मथुरा में तीन, मैनपुरी में पांच, अलीगढ़ में 22, एटा में चार, कासगंज में तीन, हाथरस में एक सेंटर की लिस्ट तैयार की गई। गुरुवार को आगरा में सेंटरों की संख्या में बदलाव हुआ और 39 सेंटर कर दिए गए। इससे पहले आगरा और आसपास के जिलों में 90 सेंटरों की सूची तैयार की गई थी।
प्राइवेट कालेजों में नहीं बनेंगे सेंटर
उप मुख्यमंत्री के आदेश के बाद लिस्ट में से सभी प्राइवेट कालेजों को निकाल दिया गया है। अब लिस्ट में अनिवार्य रूप से पांचों डिग्री कालेज, जिले के सभी एडेड डिग्री कालेज और इंटर कालेजों को शामिल किया जाएगा। सभी सेंटरों में सीसीटीवी की व्यवस्था व सेनिटाइजेशन की व्यवस्था भी की जाएगी।
एक नजर
प्रदेश में परीक्षा में बैठने वाले परीक्षार्थी-चार लाख 31 हजार
आगरा में परीक्षा देने वाले परीक्षार्थी- 19 हजार
आगरा में सेंटर- 39
फिरोजाबाद- 4
मथुरा-3
अलीगढ़- 22
मैनपुरी- 5
एटा- 4
कासगंज- 3
हाथरस- 1
पहले होंगे अंडर ग्रेजुएट कोर्सों में प्रवेश
डा. भीमराव आंबेडकर विवि में प्रवेश प्रक्रिया की रफ्तार भी धीमी पड़ गई है।यूजीसी की नई गाइडलाइंस के कारण अब पहले अंडर ग्रेजुएट कोर्सों में प्रवेश लिए जाएंगे।विवि द्वारा 15 जुलाई से प्रवेश प्रक्रिया के तहत रजिस्ट्रेशन शुरू करने तैयारी है।
प्रवेश समिति की बैठक में तय किया गया था कि 15 जुलाई से विवि में प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।इस बार कोरोना के कारण प्रक्रिया पूरी तरह से अॉनलाइन होगी। प्रवेश के इच्छुक विद्यार्थियों को पहले विवि की वेबसाइट पर अपना पंजीकरण कराना होगा।उसके बाद संबद्ध कालेजों में प्रवेश के लिए आवेदन कर सकेंगे।इसके लिए विवि द्वारा प्रवेश समिति भी बनाई गई थी। समिति द्वारा सभी विभागों से कोर्सों, फीस, सीटों आदि की जानकारी ली गई थी।इसके आधार पर ही वेबसाइट पर आवेदन प्रक्रिया शुरू करनी थी।इसी बीच यूजीसी ने नई गाइडलाइंस जारी क रते हुए सितंबर में तृतीय वर्ष की मुख्य परीक्षाएं कराने घोषणा की।इसके बाद सि्थतियां बदल गईं। अगर विवि द्वारा तृतीय वर्ष की परीक्षाएं कराई जाती हैं तो एेसे में पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सों में प्रवेश नहीं हो पाएंगे।इसीलिए प्रवेश समिति द्वारा फिलहाल अंडर ग्रेजुएट कोर्सों में ही प्रवेश की तैयारी चल रही है।इनमें बीए, बीएससी, बीकॉम, बीबीए आदि कोर्स शामिल हैं।बीफॉर्मा व इंजीनियरिंग के प्रवेश यूपीटीयू से आते हैं, उनकी प्रवेश परीक्षा भी अभी नहीं हुई है।
यूजीसी की गाइडलाइंस के कारण हमारी रफ्तार धीमी हो गई है। फिलहाल हम अंडर ग्रेजुएट कोर्सों में प्रवेश की तैयारी कर रहे हैं।
- प्रो. मनुप्रताप सिंह, समन्वयक, प्रवेश समिति