आधुनिक ब्रज के दर्शन, अब होंगे सहज और सुलभ, संवारे जा रहे यहां प्राचीन घाट
हृदय योजना के तहत कार्रदाई संस्था द ब्रज फाउंडेशन ने इन घाटों को जमीन के अंदर से निकालकर जिस तरह सजाया संवारा है।
आगरा, जेएनएन। केंद्र सरकार की हृदय योजना के तहत संवारे जा रहे मथुरा के प्राचीन घाट ब्रज की प्राचीन और आधुनिक संस्कृति का मिश्रण नजर आएंगे। इन घाटों पर दशकों पहले यमुना कलकल करती थी। वो अब दूर हो चुकी है हरियाली का अभाव भी इन घाटों के सुंदरीकरण के बाद अखरेगा जरूर। आधुनिक प्रकाश और फव्वारों के जरिए इन घाटों को भले ही प्राचीन स्वरूप दिए जाने की कोशिश की जा रही है। बावजूद इसके सुंदरीकरण के बाद ये घाट ब्रज की प्राचीन और आधुनिक संस्कृति के मिश्रण का दर्शन कराते नजर आएंगे।
यमुना किनारे जिन स्थानों पर भगवान श्रीकृष्ण ने राधाजी के साथ अपनी लीलाएं कीं। राजे रजवाड़ों ने उन स्थलों पर कलात्मक घाटों का निर्माण करवाया। ताकि भगवान की लीलाओं के इन स्थानों का दर्शन देश दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं को हो सके और यमुना किनारे विचरण करने अथवा स्नान करने की सुविधा भी मिल सके। लाल पत्थरों से अछ्वुत शैली के बने इन घाटों में अधिकतर घाट आज विलुप्त हो चुके हैं।
केंद्र सरकार की हृदय योजना के तहत बचे घाटों को संवारने का काम पिछले साल शुरू हुआ। जो घाट पूरी तरह जमींदोज हो चुके थे। हृदय योजना के तहत कार्रदाई संस्था द ब्रज फाउंडेशन ने इन घाटों को जमीन के अंदर से निकालकर जिस तरह सजाया संवारा है। इनकी अछ्वुत छवि सामने आई है। बावजूद इसके प्राकृतिक रूप से घाटों का यमुना से दूर होना अब भी श्रद्धालुओं को खलेगा। हालांकि ये प्राचीन अछ्वुत घाट अपने वैभव का बखान करेंगे तो रात के समय रंगबिरंगे प्रकाश में डूबे और रंगीन फव्वारों से पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हुए ब्रज और वृंदावन के प्राचीन वैभव का बाखान करेंगे।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप