चिल्ला जाड़ा झेलने को हो जाइए तैयार, दिसंबर जाते-जाते छुड़ाएगा कंपकंपी Agra News
सर्द हवा चलने से बढ़ी गलन सामान्य से आठ डिग्री कम रहा अधिकतम तापमान। बुधवार से 31 दिसंबर तक न्यूनतम तापमान रहेगा धड़ाम।
आगरा, जागरण संवाददाता। चिल्ला जाड़े का दौर शुरू हो चुका है। बुधवार से लेकर 31 दिसंबर तक कंपकंपी छूटती रहेगी। यूं तो मंगलवार को ही धूप निकलने के बावजूद गलन का दौर बना रहा। सिर्फ हीटर और अलाव के पास ही राहत मिली। यह तो एक नमूना भर था। बुधवार से मौसम विभाग का जो पूर्वानुमान है वह तो यह बता रहा है कि 2019 के अंत तक अब न्यूनतम तापमान धड़ाम ही रहने वाला है। कोहरे और धुंध का दौर भी बना रहेगा।
मंगलवार सुबह धुंध और सर्द हवा का दौर था। दोपहर 12 बजे धूप निकलना शुरू हुई तो लोगों को सर्दी से राहत की उम्मीद लगी, लेकिन गलन और सर्द हवा ने धूप की गर्मी को भी बेअसर कर दिया। धूप में जब लोगों को राहत नहीं मिली तो उन्होंने अलाव और रूम हीटर का सहारा लिया। बुजुर्ग घरों में रजाई में कैद रहे। माता-पिता ने बच्चों को भी बाहर नहीं निकलने दिया। दोपहर तीन बजे के बाद धूप हल्की होने पर फिर ठंड बढ़ गई। रात को शीत लहर चलने से परेशानी और बढ़ गई। मंगलवार को अधिकतम तापमान सामान्य से आठ डिग्री कम 14.9 डिग्री और न्यूनतम तापमान 8.4 डिग्री दर्ज किया गया।
चार डिग्री तक पहुंचेगा पारा
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि बुधवार को सुबह कोहरा छाएगा, दिन में धूप निकलने के साथ शीत लहर चलेगी। इससे तापमान में गिरावट आ सकती है। 27 दिसंबर तक कोहरा छाए रहने से न्यूनतम तापमान चार से पांच डिग्री तक पहुंच सकता है। वहीं, अधिकतम तापमान 16 से 18 डिग्री के बीच रहने की आशंका है।
ये रह सकता है तापमान
24 दिसंबर न्यूनतम 7.0 और अधिकतम 17.0
25 दिसंबर न्यूनतम 6.0 और अधिकतम 18.0
26 दिसंबर न्यूनतम 5.0 और अधिकतम 18.0
27 दिसंबर न्यूनतम 5.0 और अधिकतम 17.0
28 दिसंबर न्यूनतम 4.0 और अधिकतम 16.0
29 दिसंबर न्यूनतम 4.0 और अधिकतम 15.0
30 दिसंबर न्यूनतम 4.0 और अधिकतम 15.0
एसएन में लगी रही भीड़
गलन और सर्द हवा से बुजुर्ग और बच्चे बीमार हो रहे हैं। मंगलवार को एसएन मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में जुकाम, खांसी और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के मरीज ज्यादा रहे। वक्ष रोग विभाग में सांस लेने में शिकायत, छाती में दर्द और खांसी के साथ बलगम आने की शिकायत के ज्यादा मरीज आए। बाल रोग विभाग में अधिकांश बच्चों में पसली चलने की शिकायत थी।