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Banke Bihari Vrindavan: बांकेबिहारी मंदिर वृंदावन में भगदड़, प्रत्यक्षदर्शियाें ने बताया रात में क्या हुआ हाल

Banke Bihari Vrindavan मंदिर प्रांगण में जमा थी हजाराें की संख्या में भीड़ जो भी जमीन पर गिरा श्रद्धालु उसके ऊपर से गुजरते रहे। हादसे में घायलों ने बताई आपबीती। बोले धक्के में क्या हुआ पता ही नहीं चला।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Sat, 20 Aug 2022 10:58 AM (IST)Updated: Sat, 20 Aug 2022 10:58 AM (IST)
Banke Bihari Vrindavan: बांकेबिहारी मंदिर वृंदावन में भगदड़, प्रत्यक्षदर्शियाें ने बताया रात में क्या हुआ हाल
बांकेबिहारी मंदिर में देर रात एक बजे भगदड़ के बाद हताहताें को संभालते पुलिसकर्मी।

आगरा/वृंदावन, विपिन पाराशर। वर्षों से ठा. बांकेबिहारी की मंगला आरती का साक्षी बनने की इच्छा भक्तों को मंदिर तक ले आई। लेकिन, भक्तों को पता भी न था कि वे आराध्य बांकेबिहारी के दरबार में खड़े हैं, वहां अगले पल किस हादसे से जूझेंगे इस बात की भनक तक न थी। भीड़ का दबाव था और उमस में घुटन महसूस जरूर हो रही थी कि अचानक एक भीड़ आई जो निकास द्वार की ओर बढ़ रहा था। आधा दर्जन लोग इस अफरा-तफरी में जमीन पर गिर गए और अन्य श्रद्धालु उन्हें रौंदते हुए निकास द्वार की ओर बढ़ते रहे। बीस मिनट के इस हालात ने दो लोगों की जान ले ली और करीब आधा दर्जन घायल व अन्य चुटैल हो गए।

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भक्तों में मची अफरा-तफरी देख मंदिर में मौजूद एसएसपी पुलिस फोर्स के साथ प्रांगण में पहुंचे और जमीन में गिरे श्रद्धालुओं को उठाने की कोशिश कर रहे थे। रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम में उपचार करवा रहीं देहरादून के थाना राजपुर जौहरी निवासी 30 वर्षीय शीतल सेन ने बताया, वह पहली बार मंगला आरती के दर्शन को पहुंची थीं। भीड़ के बीच जैसे ही मंगला आरती शुरू हुई और कुछ लोग गेट संख्या एक की ओर दौड़ने लगे।

इसी भगदड़ में वह इस कदर फंस गईं कि पैर जमीन पर न थे। वह कैसे गेट तक पहुंचीं, पता नहीं चला और गेट की चौखट से अटककर जमीन पर जा गिरीं। उन्होंने बताया कि करीब बीस मिनट तक लोग उनके ऊपर से निकलते रहे। भीड़ के बीच एक व्यक्ति ने उसका हाथ पकड़कर उठाया और कुछ लोगों की मदद से मंदिर के बाहर एक दुकान में लिटा दिया। पुलिसकर्मी एंबुलेंस के जरिए अस्पताल तक ले गए।

अस्पताल में भर्ती कोलकाता की रीना दासी की हालत नाजुक है, दूसरे चित्र में पति को खाे देने वालीं सरोज। 

पति को हमेशा के लिए खाे बैठीं सरोज

रुक्मिणी विहार निवासी 62 वर्षीय सरोज के पति रामप्रकाश विश्वकर्मा की इस हादसे में मौत हो गई है। सरोज ने बताया, भीड़ के दबाव में वह जमीन पर गिर गईं, पति उनके साथ थे। वह भी भीड़ में बिछुड़ गए। पुलिसकर्मियों ने उसे जैसे-तैसे उठाया और अस्पताल पहुंचाया। इसी अस्पताल में हादसे में घायल कोलकाता निवासी रीना दासी का उपचार चल रहा है। हालत गंभीर बनी हुई है आक्सीजन दी जा रही है। वह अपने साथियों संग दर्शन को गई थीं। लेकिन सभी साथी बिछुड़ गए। वृंदावन के पत्थरपुरा स्थित बड़ी सूरमा कुंज में इन दिनों ठहरी थी।

आधा दर्जन से अधिक लोग भीड़ में दबे

जिला संयुक्त चिकित्सालय में भर्ती 26 वर्षीय अनीता के पति नेत्रपाल ने बताया, मंगला आरती शुरू हुई थी,अचानक एक रेला निकास द्वार की ओर दौड़ा। इसी दौरान मची भगदड़ में करीब आधा दर्जन से अधिक लोग जमीन में जा गिरे। इनके ऊपर से लोग गुजरते रहे। काफी देर तक ये सिलसिला चलता रहा। जब पुलिस प्रांगण में पहुंची तो जमीन में गिरे लोगों को बड़ी मुश्किल से उठवाया और अस्पतालों में भिजवाया।

ये लोग भी हुए घायल

हादसे में कानपुर के सूरज नगर निवासी 57 वर्षीय घनश्याम, दिल्ली के उत्तमनगर स्थित मोहन गार्डन निवासी राजकुमार, कोसीकलां बैठन निवासी 61 वर्षीय राजेंद्र भी घायल हुए थे। जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद स्वजन अपने साथ ले गए। 


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