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Fraud: ग्राहक सेवा केंद्र संचालक की धोखाधड़ी मामले में बैंक और एजेंसी से होगी पूछताछ, लाखाें हड़पने का आरोप

Fraud जगदीशपुरा के अलबतिया स्थित ग्राहक सेवा केंद्र संचालक एक महीने से है गायब। धोखाधड़ी कर दर्जनों लोगों के लाखों रुपये हड़पने का है आरोप। मशीन पर अंगूठा लगवा खाते से निकाल लेता था रकम। सर्वर डाउन बता ग्राहक को लौटा देता था।

By Tanu GuptaEdited By: Updated: Wed, 17 Aug 2022 05:03 PM (IST)
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इंस्पेक्टर जगदीशपुरा देवेंद्र शंकर पांडेय पीड़ितों से बात करते हुए।

आगरा, जागरण संवाददाता। जगदीशपुरा के अलबतिया में बैंक का ग्राहक सेवा केंद्र के संचालक द्वारा दर्जनों खाता धारकों के साथ लाखों रुपये की धोखाधड़ी का मामला एक महीने पहले सामने आया था। मामले में पीड़ितों की रकम वापसी का अभी तक कोई ठोस आश्वासन न मिला है। बुधवार को पीड़ितों ने जगदीशपुरा थाने पहुंचकर कार्यवाही की मांग की, पुलिस मामले में अब बैंक और एजेंसी से पूछताछ करेगी।  जिससे कि खाता धारकों की रकम उन्हें वापस मिल सके।

बोदला-शाहगंज मार्ग स्थित स्टेट बैंक शाखा का अलबतिया में करीब दस वर्ष पुराना ग्राहक सेवा केंद्र था। अलबतिया और उसके आसपास की कालोनी के रहने वाले अधिकांश खाता धारक ग्राहक सेवा केंद्र से अपना लेनदेन करते थे। केंद्र संचालक 10 जुलाई को उसे बंद कर परिवार समेत गायब हो गया। एक सप्ताह तक उसके गायब रहने से शक होने पर लोगाें ने अपनी पासबुक अपडेट कराईं तो उन्हें अपने साथ हुई धोखाधड़ी का पता चला। लोगों के खातों से रकम गायब थी।अधिकांश खाता धारक मजदूर वर्ग के हैं, जिन्होंने पाई-पाई करके रकम जोड़ी थी। आक्रोशित खाता धारकों ने बैंक पर कई दिन हंगामा किया था।

बुधवार को जगदीशपुरा थाने पहुंचे पीड़ितों ने पुलिस को बताया कि ग्राहक सेवा केंद्र की एजेंसी देने वाली कंपनी ने उनके दस्तावेजों की जांच कर पांच अगस्त रकम देने का वादा किया था। इसके बाद दस अगस्त की तारीख कर दी। बैंक और एजेंसी दोनों टालमटोल कर रहे हैं। इंस्पेक्टर जगदीशपुरा देवेंद्र शंकर पांडेय के अनुसार खाता धारकों ने गुरुवार को तहरीर देने की कहा है। जिसके बाद पुलिस मामले में बैंक से पूछताछ करेगी।  

मशीन पर अंगूठा लगवा खाते से निकाल लेता था रकम

पीड़ितों ने पुलिस को बताया कि अलबतिया स्थित स्टेट बैंक के ग्राहक सेवा केंद्र के संचालक खाता धारकों से मशीन पर अंगूठा लगवा उनके खाते में जमा रकम धनराशि का पता कर लेता था। जिसके बाद सर्वर डाउन बता ग्राहक को लौटा देता था। बाद में सारी रकम खुद निकाल लेता था।

पीडित जिनकी खातों से रकम निकाली गई  

बबिता (66000),शुभम (65000), श्यामलाल दंपती (61000), आसमा (42000), पूजा (20000), पुष्पा (28000), अनीता (20000), बबिता (58000), सरोज (45000), कमलेश (10000), गंगा देवी (45000) कमलेश (20000), रुखसाना (38000 रुपये)।