Lockdown 3.0: राज्यमंत्री ने की मदद तो बंगाली मिठास बिखेरने वाले लौटे अपने घर
राज्यमंत्री चौ. उदयभान सिंह के प्रयासों से रवाना हुए बंगाल के रहने वाले मिठाई कारीगर। सभी कारीगर श्रमिक हाबड़ा (पं. बंगाल) के मूल निवासी।
आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना काल में अचानक हुए लॉक डाउन की वजह से मिठाई कारीगरों और श्रमिकों के समक्ष जटिल परिस्थितियां पैदा हो गई थीं। वे यहां आगरा में बुरी तरह से फंसकर रह गए थे। राज्यमंत्री चौ. उदयभान सिंह के प्रयास से उन्हें घर वापसी करने का अवसर मिला। चौ. उदयभान सिंह ने सड़क मार्ग से उनकी वापसी के लिए शासन स्तर से व्यवस्था कराई है। अधिकांश कारीगर और श्रमिक हाबड़ा (पं. बंगाल) के रहने वाले हैं। वे यहां विभिन्न मिष्ठान्न विक्रेताओं के यहां ठेके पर मिठाइयां बनाने का काम करते थे।
आगरा मिष्ठान्न विक्रेता संघ के अध्यक्ष व वरिष्ठ भाजपा नेता देवेंद्र सिंह बैराठ ने बताया कि विभिन्न मिष्ठान्न विक्रेताओं के यहां के यह कारीगर हैं। लॉक डाउन की वजह से सभी प्रतिष्ठान्न बंद हैं। ऐसे में इनके पास कोई काम नहीं था। वे लॉकडाउन की पाबंदियों की वजह से अपने घरों को नहीं जा पा रहे थे। इसकी जानकारी राज्यमंत्री चौ. उदयभान सिंह को दे गई तो उन्होंने इन कारीगरों और श्रमिकों को घर भेजने की व्यवस्था कराई।
शुक्रवार को सायंकाल पांच बजे सभी कारीगर और श्रमिक शांति स्वीट्स, हसनपुरा (जयपुर हाउस) पर एकत्रित हुए। उन्हें सड़क मार्ग से भेजा गया है। श्री बैराठ ने बताया कि उनके लिए गैस सिलेंडर, चूल्हे, खाने-पीने के सामान की व्यवस्था की गई है, ताकि वे रास्ते में वे अपना भोजन पकाकर खा सकें। उन्हें किसी तरह की कोई परेशानी न हो, इसके लिए सारे इंतजाम किए गए हैं। सूबे के राज्यमंत्री चौधरी उदयभान सिंह ने कारीगरों को रवाना किया। घर जाने की खुशी से इन कारीगरों और श्रमिकों की आंखों में आंसू थे। वे परिजनों को याद कर रहे थे। चौ. उदयभान सिंह का वे आभार व्यक्त करते रहे।
रवाना हुए जत्थों में में शांति स्वीट्स के अलावा, पुष्पक मिष्ठान्न भंडार, दाऊजी मिष्ठान्न भंडार, भगत हलवाई, देवीराम स्वीट्स, बीकानेर वाला, अजन्ता स्वीट्स आदि के बंगाली कारीगर शामिल हैं।