छाने वाली है धुंध, श्वास रोगी रहें सावधान, दीपावली पर हो सकती है दिक्कत Agra News
एक्यूआइ बढ़ने के साथ नमी से नवंबर में धुंध छाने की आशंका दीपावली पर भी स्मॉग का रह सकता है असर।
आगरा, जागरण संवाददाता। सतर्क हो जाएं, जैसा मौसम का मिजाज है उससे नवंबर में धुंध छाने की संभावना है। अस्थमा और क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) मरीजों को विशेष रूप से ध्यान देने की जरूरत है। इस मौसम में सांस उखड़ने के साथ अटैक की आशंका रहती है। दीपावली पर भी आतिशबाजी का धुआं बढ़ने और मौसम के नम रहने से धुंध रह सकती है। ऐसे में सावधानी बरतने की जरूरत है।
रात को सर्द हवाएं चलने के साथ नमी बढ़ रही है। इससे पर्टिकुलेट मैटर (पीएम 2.5 अति सूक्ष्म धूल कण) सहित अन्य प्रदूषणकारी कण सतह से ऊपर नहीं उठ रहे हैं। इससे एक्यूआइ 124 तक पहुंच चुका है, इसका सामान्य स्तर 50 होना चाहिए। नवंबर में तापमान 10 से 12 डिग्री तक पहुंच सकता है, ऐसे में कोहरा छाने से दिन भर धुंध छाई रह सकती है। यह घातक हो सकता है।
एसएन के टीबी एंड चेस्ट डिपार्टमेंट के डॉ. जीवी सिंह ने बताया कि धुंध में अस्थमा, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) से पीड़ित मरीजों को सांस लेने में तकलीफ होती है। सूक्ष्म कण सांस के माध्यम से फेफड़ों तक पहुंचने लगते हैं, इससे फेफड़ों का संक्रमण और सांस की नलिकाओं में सूजन आ जाती है। इससे बुजुर्ग सहित अस्थमा और सीओपीडी के मरीजों की सांस उखड़ने लगती है और अटैक की आशंका बढ़ जाती है। गंभीर हालत में आने वाले मरीजों को ऑक्सीजन पर रखना पड़ रहा है।
धुंध है घातक
आंबेडकर विवि के रसायन विज्ञान विभाग के डॉ. अजय तनेजा ने बताया कि तापमान कम होने से ऑक्साइड ऑफ नाइट्रोजन, ऑक्साइड ऑफ सल्फर, पर्टिकुलेट मैटर (धूल कण) सतह से ऊपर नहीं उठते हैं। इससे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) का स्तर लगातार बढ़ने लगता है। सतह पर मौजूद प्रदूषण के कण कोहरा और नमी से मिलकर धुंध बनाते हैं, जहरीली हवा और नमी से मिलकर बना धुंध घातक होता है।
सर्द हवा चलने से 18 डिग्री पहुंचा तापमान
सर्द हवा चलने से इन दिनों न्यूनतम तापमान 18 डिग्री से नीचे पहुंच गया है। दिन में धूप निकलने के बाद रात को ठंडी हवा चल रही है। वहीं अधिकतम तापमान में भी दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज हो चुकी है। इधर पहाड़ों पर शुरू हो चुकी बर्फबारी के चलते नवंबर के पहले सप्ताह में ही ठंड का सामना करना पड़ सकता है।