एटा पहुंची अटल जी की अस्थिकलश यात्रा, अश्रुसुमन से दी लोगों ने जननायक को अंतिम विदाई
उमड़ी भीड़। जगह-जगह दी गई श्रद्धाजली। अस्थिया देख भावुक हुए लोग। कासगंज के सोरों में होगा अस्थियों का विसर्जन।
आगरा(जेएनएन): मैं जी भर जिया, मैं मन से मरूं, लौटकर आऊंगा मैं, कूच से क्यों डरूं..। पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की कविताओं के बोल थे और अटल जी अमर रहें के नारे। छोटा- बड़ा, जो कोई भी था बस अस्थिकलश यात्रा की ओर कूच कर रहा था। मन में ध्येय था अपने जननायक की अंतिम यात्रा पर श्रद्धा के कुछ सुमन अर्पित करने का।
अस्थिकलश यात्रा शनिवार को एटा पहुंची। कासगंज के सोरों में हरिपदी में प्रवाहित होने के लिए निकली अस्थिकलश यात्रा में शामिल होने के लिए एटा जनसैलाब उमड़ पड़ा। तय समय से करीब दो घंटे देरी से पहुंची यात्रा में हजारों की संख्या में लोग श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए आए। जिनके शब्द प्रेरणा के स्त्रोत हुआ करते थे, आज वो निशब्द हैं। यह देख लोग भावुक हो गए। अटल बिहारी अमर रहें, जब तक सूरज चाद रहेगा अटल तुम्हारा नाम रहेगा तथा भारत माता की जय के नारे लगाकर लोगों ने अपने अजातशत्रु को अंतिम विदाई दी।
अटल जी की अस्थिकलश यात्रा अलीगढ़ से एटा पहुंची थी। यहा एटा- सिकंदराराऊ बार्डर पर अस्थिकलश की अगवानी सासद राजवीर सिंह ने की। ग्रामीण क्षेत्रों से आए लोगों ने श्रद्धासुमन अर्पित किए। यात्रा के साथ प्रदेश सरकार के गन्ना विकास मंत्री सुरेश राणा व बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री एवं सासद राजवीर सिंह के पुत्र संदीप सिंह भी मौजूद थे। भदवास से निकलने के बाद नगरिया मोड़ पर पहले से ही इंतजार में खड़ी भीड़ ने श्रद्धाजली दी। इसके बाद यात्रा पिलुआ, चौथा मील, विरामपुर, ओवर ब्रिज के नीचे पहुंची जहा लोगों ने श्रद्धासुमन अर्पित किए। यात्रा के शहर में दाखिल होते ही श्रद्धाजली देने वालों का ताता लग गया। राम दरबार पर सैंकड़ों लोग कई घटे से यात्रा का इंतजार कर रहे थे,यहा लोगों ने अपने प्रिय नेता को श्रद्धासुमन अर्पित किए। शहर में दीनदयाल चौक, नन्नूमल चौराहा, कैलाशगंज, गाधी मार्केट, कचहरी आदि स्थानों पर अस्थिकलश यात्रा ने भ्रमण किया। अटल जी को श्रद्धाजली देने के लिए हर वर्ग के लोग शामिल हुए। इनमें तमाम ऐसे भी पुराने लोग थे जिन्होंने अटलजी को कभी नजदीक से देखा था। यात्रा में जिले के सभी विधायक, पार्टी के पदाधिकारी, कार्यकर्ता ही नहीं अन्य संगठनों से जुड़े लोग भी शामिल हुए।