Industry in Agra: यहां लगाएं नए उद्योग, राह आसान और जमीन भी उपलब्ध
एसोचैम ने राज्य सरकार प्रशासन और सांसद से दक्षिणी बाइपास के किनारे जमीन का सर्वेक्षण कराने की मांग की।
आगरा, जागरण संवाददाता। एसाेसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ऑफ उप्र (एसोचैम) के आगरा चैप्टर ने न्यू दक्षिणी बाइपास के किनारे नए उद्योग लगाने की मांग की है। इसके लिए संगठन ने प्रदेश सरकार, स्थानीय प्रशासन और सांसद से बाइपास के दोनों किनारों पर भूमि का सर्वेक्षण कराने की मांग की है। यह अधिग्रहीत भूमि नए उद्योग लगाने को उद्यमी की पहुंच में होगी और देश के प्रत्येक भाग के लिए आवागमन भी सुलभ होगा।
एसोचैम के अध्यक्ष विश्नू भगवान अग्रवाल ने बताया कि कोई भी औद्योगिक तंत्र लगाने से पूर्व जमीन को फाइनल करना जरूरी है। न्यू दक्षिणी बाइपास के दोनों ओर रैपुरा जाट से रायभा तक हजारों एकड़ जमीन निष्प्रयोज्य पड़ी है। इस जमीन पर अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम, आइटी पार्क, मोबाइल उपकरण, सोलर सिटी भी बन सकती है। टैक्सटाइल हब और डिफेंस कॉरीडोर के सहायक उद्योग भी यहां लग सकते हैं, जो गैर-प्रदूषणकारी उद्योग हैं। यहां जोधपुर झाल में पानी का वृहत संग्रह भी है, जिसका उपयोग उद्योगों में आवश्यकता अनुसार किया जा सकेगा। यह क्षेत्र विवाद से परे होने के साथ ही अल्पविकसित होने के चलते श्रमिक भी उपलब्ध हैं। संयोजक मनीष अग्रवाल ने बताया कि उत्तरी बाइपास का निर्माण यहां प्रस्तावित है। कीठम रेलवे स्टेशन का वृहत विस्तारीकरण हो रहा है और रैक आदि संभालने के इंतजाम किए जा रहे हैं। यमुना पार यातायात की समस्या अधिक है, जो यहां पर नहीं है। यमुना पार छोटे क्षेत्र में अधिक पुल नहीं बनाए जा सकते हैं। यहां आलू गोदाम, कोल्ड स्टोर व प्रोसेसिंग यूनिट भी लगा सकते हैं। दिल्ली-मथुरा से नजदीकी के चलते यहां प्रतिष्ठित उद्योग व स्टेडियम भी बनाया जा सकता है।