Fatehpur Sikri: फतेहपुर सीकरी में टकसाल का संरक्षण करेगा एएसआइ
Fatehpur Sikri टकसाल के एक हिस्से में बना हुआ है म्यूजियम। फर्श के खराब पत्थरों को बदलने को टेंडर किया। फतेहपुर सीकरी में अकबर की टकसाल भी थी जहां सिक्कों को ढाला जाता था। इस स्थान को मिंट के नाम से भी जाना जाता है।
आगरा, जागरण संवाददाता। मुगल राजधानी रही फतेहपुर सीकरी स्थित टकसाल (मिंट) का संरक्षण भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) द्वारा किया जाएगा। यहां फर्श के खराब हुए रेड सैंड स्टोन (लाल बलुई पत्थर) को बदला जाएगा। इसके लिए एएसआइ ने टेंडर कर दिया है।
मुगल शहंशाह अकबर ने फतेहपुर सीकरी को अपनी राजधानी बनाया था। करीब डेढ़ दशक तक फतेहपुर सीकरी अकबर के शासनकाल में मुगल सल्तनत की राजधानी रही। उसने यहां कई सुंदर भवन बनवाए थे। फतेहपुर सीकरी में अकबर की टकसाल भी थी, जहां सिक्कों को ढाला जाता था। इस स्थान को मिंट के नाम से भी जाना जाता है। इसके एक भाग में एएसआइ ने म्यूजियम बना रखा है, जिसमें फतेहपुर सीकरी में समय-समय पर हुए उत्खनन में प्राप्त मूर्तियों, तलवार आदि को प्रदर्शित किया गया है। म्यूजियम के सामने टकसाल का रेड सैंड स्टोन से बना फर्श खराब हो चुका है। पत्थरों में गड्ढे हो गए हैं। इनके संरक्षण को एएसआइ ने टेंडर कर 10 मार्च तक निविदा आमंत्रित की है।
अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि टकसाल के फर्श को उसके मूल स्वरूप में संरक्षित किया जाएगा। संरक्षण कार्य पर करीब 23.59 लाख रुपये व्यय होंगे।
सात वर्ष पूर्व किया गया था संरक्षण
फतेहपुर सीकरी स्थित टकसाल में सात वर्ष पूर्व 2014 में एएसआइ द्वारा संरक्षण किया गया था। तब उसकी कुछ काेठरियों में दीवारों व छतों पर चूने का प्लास्टर किया गया था।