Taj Mahal in Agra: ताज ने ASI को किया मालामाल, 96 करोड़ रुपये की आय
Taj Mahal in Agra एएसआइ को ताज से हुई 96 करोड़ रुपये की आय। टिकट बिक्री से पिछले वित्तीय वर्ष की अपेक्षा 13.71 करोड़ रुपये अधिक मिले।
आगरा, निर्लोष कुमार। पिछले वर्ष ताज देखने आने वाले पर्यटकों की संख्या भले ही कम रही हो पर कमाई के मामले में ताजमहल ही सरताज रहा। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) को ताजमहल की टिकट बिक्री से ही वित्तीय वर्ष 2019-20 में 96.01 करोड़ रुपये की आय हुई। वित्तीय वर्ष 2018-19 में ताजमहल की टिकट बिक्री से 82.30 करोड़ एएसआइ को मिले थे। वित्तीय वर्ष 2019-20 में वित्तीय वर्ष 2018-19 की अपेक्षा 13.71 करोड़ रुपये की आय अधिक हुई। इसकी वजह मुख्य मकबरे पर अलग से लागू 200 रुपये का टिकट है।
वित्तीय वर्ष 2019-20 पर्यटन उद्योग के लिए उथल-पुथल भरा रहा था। लोकसभा चुनाव, जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाना, महिलाओं के प्रति देश में बढ़ते अपराधों के चलते अमेरिका व यूनाइटेड किंगडम द्वारा एडवाइजरी जारी किए जाने, अयोध्या में राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले, नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ विरोध की आंच और फिर महामारी कोविड-19 में पर्यटन उद्योग पूरे वर्ष झुलसता रहा था। 17 मार्च से ही ताजनगरी के सभी स्मारक बंद पड़े हुए हैं, लेकिन इसके बावजूद एएसआइ के लिए वित्तीय वर्ष 2019-20 स्मारकों के प्रवेश शुल्क से होने वाली आय के मामले में नए रिकॉर्ड बनाने वाला रहा। एएसआइ को आगरा में स्थित स्मारकों से वित्तीय वर्ष 2019-20 में 1.41 अरब रुपये की आय हुई, जो कि वित्तीय वर्ष 2018-19 की 1.36 अरब से अधिक रही। सबसे अधिक आय ताजमहल और सबसे कम मरियम टॉम्ब से हुई। ताजमहल पर प्रवेश शुल्क से आय बढ़ी, जबकि अन्य स्मारकों पर इसमें गिरावट आई।
दिसंबर, 2018 में लागू हुई थी 200 रुपये की टिकट
ताजमहल में पहले मुख्य मकबरे के दीदार को अलग से टिकट लागू नहीं था। एएसआइ ने भीड़ प्रबंधन के लिए दिसंबर, 2018 से ताजमहल में मुख्य मकबरे पर 200 रुपये का टिकट अलग से लागू किया था। करीब 95 फीसद विदेशी और करीब 40 फीसद भारतीय 200 रुपये वाला टिकट लेकर मुख्य मकबरे का दीदार करते हैं।
सबसे महंगा है ताज का दीदार
एएसआइ द्वारा संरक्षित देशभर के स्मारकों में ताजमहल का दीदार सबसे महंगा है। विदेशी पर्यटकों के लिए 1100 रुपये, सार्क देशों के नागरिकों के लिए 540 रुपये और भारतीयों के लिए 50 रुपये की टिकट है। मुख्य मकबरे के लिए 200 रुपये का टिकट अलग से लागू है। ताज की टिकट देश में सबसे अधिक होने की वजह आगरा में पथकर लागू होना है। आगरा विकास प्राधिकरण द्वारा विदेशी व सार्क देशों के पर्यटकों से 500 रुपये और भारतीय पर्यटकों से 10 रुपये पथकर लिया जाता है।
स्मारकों से इतनी हुई आय (रुपयों में)
स्मारक, 2016-17, 2017-18, 2018-19, 2019-20
ताजमहल, 49.16 करोड़, 56.56 करोड़, 82.30 करोड़, 96.01 करोड़
आगरा किला, 27.48 करोड़, 30.55 करोड़, 34.79 करोड़, 29.15 करोड़
फतेहपुर सीकरी, 8.31 करोड़, 10.80 करोड़, 12.00 करोड़, 10.08 करोड़
एत्माद्दौला, 1.42 करोड़, 2.00 करोड़, 3.01 करोड़, 2.68 करोड़
मेहताब बाग, 89.90 लाख, 1.64 करोड़, 2.72 करोड़, 2.30 करोड़
सिकंदरा, 1.10 करोड़, 1.07 करोड़, 1.38 करोड़, 1.12 करोड़,
राम बाग, 10.88 लाख, 10.72 लाख, 19.13 लाख, 22.24 लाख
मरियम टॉम्ब, 4.60 लाख, 4.91 लाख, 1.37 लाख, 5.82 लाख
कुल, 88.55 करोड़, 1.02 अरब, 1.36 अरब, 1.41 अरब