ताजमहल के मस्जिद विवाद में एएसआइ और सीआइएसएफ आमने-सामने
सीआइएसएफ ने ताज में नमाज रोकने से किया इन्कार, एएसआइ भी बैकफुट पर नजर आ रहा
आगरा (जागरण संवाददाता): ताजमहल में नमाज को लेकर सीआइएसएफ और एएसआइ आमने-सामने आ गए हैं। लिखित आदेश के बिना ताज में नमाज को रोकने से सीआइएसएफ ने इन्कार कर दिया है। एएसआइ भी बैकफुट पर नजर आ रहा है।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) ने ताजमहल स्थित मस्जिद में नमाज को रोकने के लिए ताजमहल के गेट पर गजट नोटिफिकेशन चस्पा किया। इसमें शुक्रवार को दो घंटे ताज को नमाजियों के लिए खोलने का निर्देश है। इसके बाद से मुस्लिम समाज के लोग ताज में प्रतिदिन नमाज की मांग कर रहे हैं। शुक्रवार को छोड़ अन्य दिनों में टिकट लेकर ताज स्थित मस्जिद में नमाज अदा की जा रही है। शनिवार को ¨हदू संगठनों ने ताज स्थित मस्जिद का गंगाजल से शुद्धिकरण कर आरती की। इसके बाद से माहौल और गरमा गया। सीआइएसएफ ने बिना लिखित आदेश नमाज रोकने से इन्कार दिया है।
एएसआइ का तर्क
- गजट नोटिफिकेशन में शुक्रवार को दोपहर 12 से दो बजे तक नमाजियों के लिए ताज खोलने का निर्देश है।
- अन्य दिनों के लिए गजट में नमाज की कोई व्याख्या नहीं की गई है।
- अन्य दिनों के लिए एएसआइ मुख्यालय से लिखित आदेश मांगा गया है।
सीआइएसएफ के तर्क
- सीआइएसएफ को ताज में नमाज रोके जाने का कोई लिखित आदेश नहीं मिला है।
-बिना लिखित आदेश नमाजियों को रोकना सीआइएसएफ का काम नहीं जब तक वह ताज की सुरक्षा में कोई बाधा न पहुंचाएं।
-एएसआइ ने बिना अध्ययन के गजट नोटिफिकेशन चस्पा किया जिससे माहौल खराब हुआ है।
14 लोगों ने अदा की नमाज
- रविवार को 14 लोगों ने टिकट लेकर ताज की मस्जिद में नमाज अदा की। मस्जिद ताजमहल इंतजामिया कमेटी के मुतवल्ली सैय्यद मुनव्वर अली ने बताया कि लिखित आदेश मिलने तक ताज में नमाज अदा की जाएगी।
फतेहपुरी मस्जिद पर झंडे लगाए जाने की जानकारी नहीं है। स्मारक को नुकसान पहुंचाए बिना कुछ झंडे लगाए जा सकते हैं। मामले की जानकारी ली जाएगी।
बसंत कुमार, अधीक्षण पुरातत्वविद्, एएसआइ
ताज स्थित मस्जिद में नमाजियों को रोकने का हमारे पास कोई लिखित आदेश नहीं है। ताज की सुरक्षा का ध्यान रखा जा रहा है। लिखित आदेश मिलने पर उसका पालन कराया जाएगा।
बृजभूषण, कमांडेट, सीआइएसएफ