Anti Rabies Vaccine: जिला अस्पताल में खत्म हो रहा है एआरवी का स्टाक, सामाजिक संगठन से मांगी जा रही मदद
Anti Rabies Vaccine स्थानीय बाजार से खरीदेंगे 500 वाइल। स्टाक में बची हैं 160 वाइल। गर्मी में कुत्ता-बंदर काटने के मरीजों की संख्या में वृद्धि हो जाती है। ओपीडी में मोती कटरा फव्वारा रावतपाड़ा पीपलमंडी बेलनगंज ताजगंज दरेसी रुनकता क्षेत्र से बंदर काटे के मरीज अधिक आ रहे हैं।
आगरा, जागरण संवाददाता। जिला अस्पताल में एंटी रैबीज वैक्सीन (एआरवी) का स्टाक खत्म हो रहा है। यह स्थिति बन गई है कि अस्पताल को स्थानीय स्तर पर सामाजिक संगठनों से मदद मांगनी प़ड़ रही है और स्थानीय बाजार से एआरवी खरीदनी पड़ रही है।जिला अस्पताल में स्टाक में केवल 160 वाइल ही बची हैं।
जिला अस्पताल में हर रोज 400 से 500 लोग एआरवी लगवाने पहुंचते हैं। एक दिन में 90 से 110 वाइल खर्च होती है। एक वाइल से चार लोगों को इंजेक्शन लगाए जाते हैं।पिछले दिनों जिला अस्पताल द्वारा एक सामाजिक संगठन से भी एआरवी की मांग की गई थी, जिसके बाद संगठन द्वारा 500 वाइल उपलब्ध कराई गई थीं। जिला अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डा. अशोक अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश भर में ही एआरवी की किल्लत है। लखनऊ से 1000 वाइल मांगी थी, पर मिली सिर्फ 90। हम स्थानीय बाजार से 500 वाइल खरीद रहे हैं। संभावना है कि अगले हफ्ते तक लखनऊ से भी वाइल मिल जाएंगी।
इन क्षेत्रों में है ज्यादा कुत्ता-बंदर
गर्मी में कुत्ता-बंदर काटने के मरीजों की संख्या में वृद्धि हो जाती है। ओपीडी में मोती कटरा, फव्वारा, रावतपाड़ा, पीपलमंडी, बेलनगंज, ताजगंज, दरेसी, रुनकता क्षेत्र से बंदर काटे के मरीज अधिक आ रहे हैं। यमुनापार, शाहगंज, आवास विकास कालोनी, जगदीशपुरा, मलपुरा और मंटोला से कुत्ता काटे के मरीजों की संख्या अधिक है।