Metro के ट्रैक से हटेंगे 2729 पेड़, सुप्रीम कोर्ट की चाहिए होगी मंजूरी Agra News
पहले कॉरिडोर में 2010 और दूसरे में 719 हैं पेड़। सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी एलएमआरसी। अधिकांश पेड़ों को ट्रांसलोकेट करने का है प्रस्ताव।
आगरा, जागरण संवाददाता। ताजनगरी की मेट्रो की आड़ में 2729 पेड़ आने वाले हैैं। इसमें सबसे ज्यादा 2010 पेड़ पहले कॉरिडोर पर हैैं जिस पर सबसे पहले काम शुरू होना है। पेड़ों को हटाने की अनुमति के लिए इस माह के अंत तक लखनऊ मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (एलएमआरसी) सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने जा रहा है। एलएमआरसी इन पेड़ों को काटने के बदले ट्रांसलोकेट करने का प्रस्ताव बना रहा है।
आगरा मेट्रो की लंबाई तीस किमी है। इसके दायरे में 2729 पेड़ आ रहे हैं। पहले कॉरिडोर में 2010 पेड़ हैं जिसमें एलाइनमेंट में 784, पीएसी डिपो में 1226 पेड़ शामिल हैं। दूसरे कॉरिडोर में 719 पेड़ आ रहे हैं जिसमें एलाइनमेंट में 565, कालिंदी विहार के डिपो में 154 पेड़ आ रहे हैं। एलएमआरसी के एक अधिकारी ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद ही काम शुरू होगा।
इन प्रजातियों के हैं पेड़
बरगद, करंज, आम, खजूर, जामुन, अर्जुन, शीशम, बबूल, नीम, पीपल, पाकड़, सागौन।
कॉरिडोर का नाम कुल दूरी
सिकंदरा-ताज पूर्वी गेट 14 किमी
आगरा कैंट-कालिंदी विहार 16 किमी
तकनीकी टीम ने किया सर्वे
एलएमआरसी की तकनीकी टीम ने गुरुवार को स्टेशनों का सर्वे किया। यह सभी स्टेशन पहले और दूसरे कॉरिडोर के थे। टीम अभी तीन से चार दिन और सर्वे करेगी।
मिट्टी के नमूने लेने की तैयारी
एलएमआरसी की टीम जल्द ही मिट्टी के नमूने लेने की तैयारी में है। सबसे पहले ताज पूर्वी गेट से मिट्टी के नमूने लिए जाएंगे।