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सर्द मौसम में स्‍नेह की गर्माहट देकर सैकड़ों जरूरमंदों की हुई आराधना Agra News

आराधना संस्‍था के कपड़ा मेला में श्रीहीनों को वितरित कियेे गए गर्म वस्‍त्र।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Fri, 10 Jan 2020 04:57 PM (IST)Updated: Fri, 10 Jan 2020 04:57 PM (IST)
सर्द मौसम में स्‍नेह की गर्माहट देकर सैकड़ों जरूरमंदों की हुई आराधना Agra News
सर्द मौसम में स्‍नेह की गर्माहट देकर सैकड़ों जरूरमंदों की हुई आराधना Agra News

आगरा, जागरण संवाददाता। मेला, शब्‍द आते ही दिमाग में रंगबिरंगी रोशनी, उत्‍साह से लवरेज चेहरे, विविध उत्‍पादों की स्‍टॉल, झूलों पर खिलखिलाता बचपन सरीखी तस्‍वीर खिंच जाती है। इस तस्‍वीर से इतर शुक्रवार को एक अनूठा मेला शहर में लगा, जहां सैंकड़ों गरीबों और जरूररतमंदों को स्‍नेहभरी गर्माहट कपड़ोंं के रूप में वितरित की गई।

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आराधना संस्था प्रतिवर्ष नए साल में गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए एक कपड़ा मेला का आयोजन करती है, जिसमें संस्था के सदस्यों के घरों से एकत्रित पुराने साफ सुथरे और ऊनी कपड़े एकत्रित करके वितरित किये जाते हैं। इस वर्ष संस्था द्वारा सिकंदरा बोदला रोड स्थित क्रोसरोड मॉल में शुक्रवार को यह 'कपड़ा मेला' आयोजित किया गया था। जिसमें सैकड़ों जरूरमंदों को उक्त कपड़ों का वितरण किया गया।

संस्था अध्यक्ष पवन आगरी और महासचिव डॉ ह्रदेश चौधरी ने बताया कि इस कपड़ा मेला में आराधना परिवार के सदस्यों के अलावा भी शहर के कई लोगों ने उनकी इस पहल पर पुराने कपड़ों के बैग भिजवाए, जिनमें पम्मी सडाना और हिमानी सरन प्रमुख हैं।

इनका रहा सहयोग

इस अवसर पर संदीप गोयल, रोहित कत्याल, दीप्ति भार्गव, अनीता गुप्ता, पूनम द्विवेदी, रश्मि गुप्ता, वैशाली गोयल, डॉ प्रीति चाहर, डॉ रीता रैना, चंद्रावती नरवार, दीपमाला चौधरी, नीलम गुप्ता, भावना शर्मा, कुसुम निषाद, ममता पचौरी, राजकुमारी पाराशर, सरिता सिंह, मोनिका गुप्ता, मनीषा बघेल, विजयलक्ष्मी भार्गव, अंशु गिरधर, इंद्रा शर्मा, पुष्पा सिंह, सुनीता सिंह, अंजू गुप्ता, मीरा शर्मा, दीक्षा सारस्वत आदि का सहयोग रहा।  

आराधना जला रही शिक्षा की लौ 

संस्‍था द्वारा विगत कई वर्षों से घुुमंतूू जाति के बच्‍चों के लिए निश्‍शुल्‍क पाठशाला चलाई जा रही है। पाठशाला में बच्‍चों को प्राथमिक शिक्षा प्रदान कर उनका दाखिला विद्यालयों में कराया जाता है। इसके अलावा बच्‍चों की स्‍कूल फीस, यूनिफार्म आदि का खर्चा भी संस्‍था द्वारा ही उठाया जाता है। बच्‍चों के अभिभावक मुख्‍यत: लौह पीटा का कार्य करते हैं। ऐसे परिवारों में जाकर बच्‍चों की पढ़ाई के लिए जागरुकता लाने का कार्य संस्‍था की अध्‍यक्ष कर  रही हैं। 


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