Move to Jagran APP

शारजाह में दफ्तर खाेलना आसान, यूएई ने दिया भारतीयों कंपनियाें को बड़ा ऑफर, छूट भी मिलेंगी तमाम

महिला उद्यमियों को विशेष प्रोत्साहन सैफ जोन और यूएई सरकार के प्रतिनिधिमंडल के साथ हुआ व्यापार सम्मेलन। व्यापारियों को मुक्त व्यापार के क्षेत्र में बिना किसी सीमा शुल्क के 100 प्रतिशत स्वामित्व के साथ फ्री ट्रैड जोन में व्यापार करने का अवसर मिल रहा है।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Tue, 05 Jul 2022 11:09 AM (IST)Updated: Tue, 05 Jul 2022 11:09 AM (IST)
शारजाह में दफ्तर खाेलना आसान, यूएई ने दिया भारतीयों कंपनियाें को बड़ा ऑफर, छूट भी मिलेंगी तमाम
आगरा में यूएई के प्रतिनिधिमंडल के साथ स्थानीय उद्योग जगत के लोग।

आगरा, जागरण संवाददाता। एसोसिएटेड चैंबर्स आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री आफ इंडिया (एसोचैम) की ओर से शीर्ष उद्योग निकाय, शारजाह एयरपोर्ट इंटरनेशनल फ्री (सैफ) जोन और यूएई सरकार के उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ वैश्विक रूप से व्यापार का विस्तार विषय पर व्यापार सम्मेलन आयोजित किया गया। सैफ जोन शारजाह के सेल्स प्रबंधक अली अल मुतावा ने कहा कि वर्तमान में शारजाह उभरता हुआ व्यापारिक केंद्र है। सैफ जोन में एक व्यावसायिक इकाई स्थापित करके भारतीय कंपनियों के लिए बेहद आकर्षक हो सकता है।

loksabha election banner

आगरा के व्यापारियों को भूमि, समुद्र और हवाई लाभ के साथ ही आगरा के उद्योग को अफ्रीका और यूरोप के लिए पुन: निर्यात आधार के रूप में यूएई में शारजाह सैफ जोन का लाभ उठा सकते हैं। व्यापारियों को मुक्त व्यापार के क्षेत्र में बिना किसी सीमा शुल्क के 100 प्रतिशत स्वामित्व के साथ फ्री ट्रैड जोन में व्यापार करने का अवसर मिल रहा है। सैफ जोन से जुड़े अनूप वारियर ने कहा कि हमारे करीब 60 फीसदी निवेशक भारत से हैं। महिला उद्यमियों के लिए विशेष प्रोत्साहन पैकेज दे रहे है। कोई भी कंपनी सिर्फ दो लाख रुपये सालाना देकर सैफ जोन में अपना ऑफिस खोल सकती है, जिसमें एक साल का किराया, बिजली, पानी, सभी अनुमतियां और तीन लोगों का वीजा शामिल है।

फतेहाबाद रोड स्थित होटल क्लार्क शिराज में आयोजित व्यापार सम्मेलन में शारजाह सरकार (यूएई) ने भारतीय उद्यमियों के लिए यूएई में व्यापार के अवसरों और सैफ जोन में व्यवसाय स्थापित करने के लाभों पर चर्चा की। सम्मलेन का शुभारंभ सैफ ज़ोन शारजाह के सेल्स प्रबंधक अली अल मुतावा, एमएसएमई मंत्रालय के सहायक निदेशक डा. मुकेश शर्मा, नेशनल चैंबर आफ इंडस्ट्रीज एंड कामर्स के अध्यक्ष शलभ शर्मा, आगरा फुटवियर मैन्युफैक्चरर्स एंड एक्सपोर्ट्स चैंबर के अध्यक्ष पूरन डावर, एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल आफ हेंडीक्राफ्ट समिति के सदस्य रजत अस्थाना, सैफ जोन के अनूप वारियर, राजेश सहगल और लघु उद्योग भर्ती के प्रदेश सचिव मनीष अग्रवाल ने दीप जलाकर की।

भारत एक प्रमुख व्यापारिक साझीदार

एमएसएमई मंत्रालय के सहायक निदेशक डा. मुकेश शर्मा ने कहा कि संयुक्त अरब अमीरात के साथ भारत का द्विपक्षीय व्यापार चालू वित्त वर्ष में 60 बिलियन डालर से अधिक होने की उम्मीद है। भारत गैर-तेल निर्यात के लिए संयुक्त अरब अमीरात का नंबर एक व्यापारिक भागीदार है, जो अमीरात के गैर-तेल निर्यात का लगभग 14 प्रतिशत हिस्सा है। उत्तर प्रदेश में 9 मिलियन लघु उद्योग में और कुल एमएसएमई संख्या 63.3 मिलियन में लगभग 14 प्रतिशत योगदान है।

निर्यात को मिलेगा बढ़ावा

नेशनल चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स के अध्यक्ष शलभ शर्मा ने कहा कि संयुक्त अरब अमीरात के साथ हाल ही में हस्ताक्षरित सीईपीए से देश को बड़ा लाभ मिलेगा। रत्न और आभूषण, कपड़ा, चमड़ा, जूते, खेल के सामान, इंजीनियरिंग सामान और फार्मास्यूटिकल्स सहित कई क्षेत्रों में देश के निर्यात व्यापार को बढ़ावा देगा।

लेदर एंड हैंडीक्राफ्ट को भी फायदा

आगरा फुटवियर मैन्युफैक्चरर्स एंड एक्सपोर्ट्स चैंबर के अध्यक्ष पूरन डावर ने कहा कि यूएई के बाजार में चमड़े के जूते की अच्छी मांग है। भारत-यूएई सीईपीए के माध्यम से भारतीय चमड़ा उद्योग को लाभ होने जा रहा है क्योंकि अब भारत को चमड़े के उत्पादों पर पांच प्रतिशत शुल्क का सामना नहीं करना पड़ेगा। एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल आफ हेंडीक्राफ्ट प्रशानिक समिति के सदस्य रजत अस्थाना ने कहा कि संयुक्त अरब अमीरात सहित मध्य पूर्व के देश 2485 करोड़ रुपये से अधिक के निर्यात के साथ भारतीय हस्तशिल्प के लिए महत्वपूर्ण बाजार हैं। हाल ही में हस्ताक्षरित भारत-यूएई एफटीए निर्यात बढ़ाने का मार्ग प्रशस्त करेगा। कार्यकम का संचालन एसोचैम के डिप्टी डाइरेक्टर इरफ़ान आलम ने किया।

हाल ही में हुआ है समझौता

भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के बीच हाल ही में हस्ताक्षरित 'व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते' के तहत, भारत से संयुक्त अरब अमीरात को निर्यात किए जा रहे अधिकांश सामानों पर आयात शुल्क को कम करने या समाप्त करने पर सहमति हुई है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.