Anandiben Patel: राज्यपाल के दौरे की तस्वीरें, निरीक्षण के बाद बोलीं- विश्वविद्यालय की बहुत बदनामी हो चुकी, माहौल सुधारो
Anandiben Patel विवि के निरीक्षण के दौरान परीक्षा नियंत्रक से राज्यपाल ने कहा कि यहां की बहुत बदनामी हो रही है विश्वविद्यालय का माहौल सुधारो। इस पर प्रति कुलपति प्रो. अजय तनेजा ने कहा कि यह यहां चार महीने पहले ही आए हैं। हर परिसर के निरीक्षण के दौरान होमवर्क।
आगरा, जागरण संवाददाता। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने रविवार को डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के निरीक्षण के दौरान परीक्षा नियंत्रक से कहा कि विश्वविद्यालय की बहुत बदनामी हो चुकी है, यहां का माहौल सुधारो।साथ ही काफी होमवर्क भी दिया।विश्वविद्यालय तमाम कमियों, अव्यवस्थाओं और दागों को छिपाने में काफी हद तक सफल भी रहा।
समय से एक घंटा देरी से पहुंचीं राज्यपाल
राज्यपाल निर्धारित समय से एक घंटा देरी से दोपहर डेढ़ बजे खंदारी कैंपस पहुंचीं। वो सीधे खंदारी परिसर स्थित गेस्ट हाउस में गईं।यहां उनका स्वागत उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, कार्यवाहक कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक व अधिकारियों ने किया।
छात्राओं ने स्वागत गान प्रस्तुत किया। यहां करीब डेढ़ घंटा रुकने के बाद 3:05 बजे संस्कृति भवन पहुंची।यहां पर राज्यपाल ने सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। चित्रकला प्रदर्शनी का निरीक्षण किया। छात्रों द्वारा ड्राई फ्रूट की प्रदर्शनी को भी देखा।
छात्रों से मिलीं राज्यपाल
आइटीएचएम के छात्रों से मिलीं। पाठ्यक्रमों की जानकारी ली और कहा कि कोरोना के कारण व्यवधान आया था लेकिन उनका भविष्य सुरक्षित है। मीटिंग हाल में प्लेसमेंट सेल की जानकारी प्रो. यूएन शुक्ला से ली। प्रो. शुक्ला ने बताया कि सात-आठ कैंपस ड्राइव, रोजगार मेला लगाया गया है। राज्यपाल ने प्लेसमेंट सेल की टीम बढ़ाने के निर्देश दिए।लान की घास को लेकर भी उन्होंने नाराजगी जाहिर की और कहा कि इसे ठीक से साफ क्यों नहीं कराया।
छलेसर कैंपस का भी किया दौरा
करीब 25 मिनट के निरीक्षण के बाद वो छलेसर कैंपस के लिए रवाना हो गईं।छलेसर परिसर में फार्मेसी विभाग की निर्माणाधीन लैब का जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। छात्रों से भी बात की। निर्देश दिए कि फार्मेसी विभाग गुजरात की टोरंट फार्मा से एमओयू करे। बड़ी-बड़ी कंपनियों से एमओयू करें जिससे छात्रों को प्लेसमेंट मिल सके।
नए नियुक्त अतिथि प्रवक्ताओं से भी बात की। उनसे पूछा कि चयन पारदर्शिता के साथ हुआ या कोई शिकायत है। उन्होंने कहा कि सभी शिक्षकों का आचरण ईमानदार होना चाहिए, उनके आचरण पर कोई धब्बा न लगे।उन्होंने परीक्षा विभाग छलेसर परिसर में स्थानांतरित करने के निर्देश दिए।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया
पालीवाल पार्क परिसर में राज्यपाल ने डा. भीमराव आंबेडकर और पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके बाद वह लाइब्रेरी गईं, जहां टंकी के नीचे बहते पानी पर नाराजगी जाहिर की। लाइब्रेरी की टपकती छत पर भी उनकी त्योरिया चढ़ीं।
परीक्षा, परिणाम और डिग्री-अंकतालिका समय से दो
राज्यपाल ने परीक्षा नियंत्रक डा. ओमप्रकाश को डांटते हुए कहा कि विश्वविद्यालय में कैसे अव्यवस्थित रिकार्ड पड़ें हैं, मैं रोज अखबारों में देखती हूं। उन्होंने निर्देशित किया कि सभी मिलकर टीम भावना से कार्य करें, जिम्मेदारी तय करें तथा एक कमेटी बनाकर कार्य की प्रगति जांचे। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय में समय से परीक्षा न होने, परिणाम देरी से जारी होने पर भी नाराजगी जाहिर की।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय छात्र हित में काम करे, छा त्रों को परेशान न करे। उन्होंने लंबित डिग्री और अंकतालिकाओं को भी जल्द से जल्द वितरित करने के निर्देश दिए।बैठक में नैक निरीक्षण को लेकर तैयारियों पर भी चर्चा हुई। सभी क्राइटेरिया समन्वयकों ने रिपोर्ट प्रस्तुत की।
लाइब्रेरी के शौचालय की गंदगी बदबू पर कुलसचिव से नाराजगी जाहिर की।इसके बाद उन्होंने प्रशासन विभाग और परीक्षा नियंत्रक कार्यालय का निरीक्षण किया। संविदा कर्मचारियों से भी बात की और प्रति कुलपति को निर्देश दिए कि जो संविदा कर्मचारी काम न करे उसे हटा दो।
1500 वर्ष पुरानी दुर्लभ पांडुलिपियों के संग्रह देखकर हुईं प्रभावित
केएमआइ के हस्तलेखागार में 1500 वर्ष पुरानी दुर्लभ पांडुलिपियों के संग्रह से काफी प्रभावित हुईं। उर्दू में लिखे सूरसागर को काफी देर तक देखती र हीं। उन्होंने सुझाव दिया का यह पांडुलिपियां अमूल्य हैं, इन्हें डिजिटलाइज्ड कराएं।
समाज विज्ञान संस्थान के शिक्षकों और छात्रों से भी मुलाकात की। संस्थान को निर्देश दिए कि वे महिलाओं के लिए कैंसर शिविर लगवाएं क्योंकि ग्रामीण महिलाएं संकोच के कारण चिकित्सकों के पास जाकर जांच नहीं करा पाती हैं। शिविर में आए हर मरीज का फालोअप भी किया जाए।
शोध अधिष्ठाता प्रो. विनीता सिंह से कोर्स वर्क और शोध गतिविधियों की जानकारी ली। इसके बाद खंदारी परिसर पहुंची। महिला अध्ययन केंद्र की जानकारी ली। फूड लैब भी देखी।आइबीएस और आइईटी का निरीक्षण नहीं किया और गेस्ट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक की।
निरीक्षण के समय उनके साथ उनके विशेष कार्य अधिकारी बीएल जॉनी , कार्यवाहक कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक, प्रति कुलपति प्रो. अजय तनेजा, डीन अकादमिक प्रो. संजीव कुमार जी और कुलसचिव डा. विनोद कुमार सिंह उपस्थित रहे।