एएमयू करता रहा आरक्षण की अनदेखी तो रुकवा दी जाएगी सरकारी मदद
एससी और पिछड़ा वर्ग द्वारा आयोजित अपने अभिनंदन समारोह में सांसद कठेरिया ने किया सभा को संबोधित।
आगरा(जागरण संवाददाता): सांसद एवं एससी आयोग अध्यक्ष रामशंकर कठेरिया ने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय एससी और पिछड़ों का अधिकार छीन रहा है। ये अल्पसंख्यक विवि नहीं है, ये केंद्रीय विवि है। अगर इसने आरक्षण नहीं दिया तो इसको हर वर्ष केंद्र सरकार से मिलने वाली सात करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता पर रोक लगवा दी जाएगी। ये पाकिस्तान नहीं ¨हदुस्तान है। यहां संविधान से ही देश चलता है।
रविवार को सूरसदन में एससी और पिछड़ा वर्ग द्वारा आयोजित अपने अभिनंदन समारोह में सांसद कठेरिया ने एक बार फिर बसपा सुप्रीमो मायावती को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि मैं मायावती को चेलैंज कर चुका हूं, कि वे बाबा साहब डॉ. आंबेडकर के बनाए हुए संविधान अनुसार एएमयू में भी आरक्षण लागू करवाने के लिए संघर्ष करें। मैं उनके पीछे हो लूंगा। इसके बाद भी आज तक उनका कोई जवाब नहीं आया और उन्होंने समाज के लिए कोई प्रयास भी नहीं किया। उन्होंने एससी वर्ग को अपना गुलाम समझ रखा है। सांसद कठेरिया ने केंद्र सरकार की उपलब्धियों और योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी। इस अवसर पर सैकड़ों लोगों ने उन्हें फूल मालाओं से लाद दिया। कार्यक्रम का संचालन भाजपा ब्रजक्षेत्र उपाध्यक्ष अनिल चौधरी ने किया।
ये रहे मौजूद:
मेयर नवीन जैन, विधायक जीएस धर्मेश, हेमलता दिवाकर, भाजपा जिलाध्यक्ष श्याम भदौरिया, पूर्व मंत्री डॉ. रामबाबू हरित, प्रमोद गुप्ता, चंद्र प्रकाश सोनी, शरद चौहान, शोभाराम राठौर, मोहन सिंह लोधी, रश्मि सिंह, दिनेश भारत आदि मौजूद थे।
अगले दो महीने में होंगे दो शिलान्यास, पीएम, सीएम रहेंगे मौजूद:
सांसद कठेरिया ने अपने द्वारा कराए गए विकास कार्यो को भी मंच से गिनाया। उन्होंने बताया कि जलसंकट से जूझ रहे आगरा की जनता के लिए बैराज की संस्तुति के साथ ही 700 करोड़ धनराशि भी स्वीकृत हो गई है। अगले महीने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसका शिलान्यास करेंगे। वहीं सिविल एंक्लेव का शिलान्यास सितंबर में होगा। इसमें सीएम मौजूद रहेंगे। पीएम नरेंद्र मोदी को भी बुलाने का प्रयास किया जा रहा है।
सांसद ने किया शक्ति प्रदर्शन:
सूरसदन में सांसद कठेरिया के स्वागत में भीड़ उमड़ पड़ी। मंच तक लोग चढ़ गए। लोकसभा चुनावों की तैयारी कर रहे सांसद ने समारोह के माध्यम से शक्ति प्रदर्शन भी कर दिखाया।