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आंबेडकर विश्वविद्यालय में अब ग्रेड से होगा मूल्यांकन

विश्वविद्यालय ने जारी किया अध्यादेश परिणाम में होने वाले बदलावों की दी जानकारी

By JagranEdited By: Published: Sat, 29 Jan 2022 08:43 PM (IST)Updated: Sat, 29 Jan 2022 08:43 PM (IST)
आंबेडकर विश्वविद्यालय में अब ग्रेड से होगा मूल्यांकन
आंबेडकर विश्वविद्यालय में अब ग्रेड से होगा मूल्यांकन

आगरा, जागरण संवाददाता । डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के स्नातक के छात्रों को इस सत्र से अंक नहीं, बल्कि ग्रेड मिलेंगे। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम लागू हो चुका है। विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर इस संबंध में अध्यादेश भी अपलोड कर दिया गया है।

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अध्यादेश में यह भी जानकारी दी गई है कि पढ़ाई कैसे होगी, परीक्षा कैसे होगी और डिग्री कैसे दी जाएगी। मेजर व माइनर विषयों से लेकर फीस तक के बिदु अध्यादेश में शामिल हैं। विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी प्रो. प्रदीप श्रीधर के अनुसार सबसे अच्छा ग्रेड ओ है और सबसे कम अंक लाने वाले छात्रों को एफ ग्रेड दिया जाएगा। मेजर और माइनर विषय

चयनित संकाय ( कला, विज्ञान, वाणिज्य आदि) में दो मेजर विषयों का चुनाव कालेज में मेरिट, उपलब्ध सीट व संसाधनों पर निर्भर होगा। तीन मुख्य विषयों के अलावा एक माइनर विषय भी लेना होगा। माइनर विषय अन्य संकाय का भी हो सकता है। लेना होगा कौशल विकास कोर्स

स्नातक स्तर के छात्र को प्रथम दो वर्ष के प्रत्येक सेमेस्टर में तीन क्रेडिट का एक कौशल विकास कोर्स करना होगा। स्नातक व स्नातकोत्तर स्तर पर प्रत्येक सेमेस्टर में शोध परियोजना करनी होगी। छात्र द्वारा चुने गए तीसरे वर्ष के दो मुख्य विषयों में से किसी एक और चतुर्थ, पंचम व षष्टम वर्ष के मुख्य विषय से संबंधित शोध परियोजना करनी होगी। इसमें दो प्रकार के पाठ्यक्रम होंगे। पहला इंडीविजुअल नेचर (एक सेमेस्टर में पूरा होने वाला पाठ्यक्रम) और दूसरा प्रोग्रेसिव नेचर (एक ही पाठ्यक्रम, जिसकी विशेषज्ञता प्रत्येक सेमेस्टर के साथ बढ़ती जाएगी)। द्वितीय या तृतीय वर्ष में बदल सकेंगे विषय

छात्र द्वितीय या तृतीय वर्ष में विषय बदल सकेंगे। छात्र को प्रवेश के समय कला, विज्ञान एवं वाणिज्य में से एक संकाय को चुनना होगा। चुने संकाय के दो मुख्य विषय लेने होंगे। पहले से छठें सेमेस्टर तक इसकी शिक्षा दी जाएगी। तीसरे मुख्य विषय का चुनाव अन्य किसी भी संकाय के साथ कर सकेंगे। तीन मेजर और माइनर इलेक्टिव विषय चुनते हुए यह अनिवार्य होगा कि छात्र को कम से कम एक विषय अन्य संकाय से लेना होगा। लेने होंगे अनिवार्य सह पाठ्यक्रम

स्नातक स्तर पर हर छात्र को तीन वर्ष यानि छह सेमेस्टर के प्रत्येक सेमेस्टर में एक सह-पाठ्यक्रम (को-करीकुलर)लेना होगा। सह पाठ्यक्रमों में 40 फीसद अंकों के साथ उत्तीर्ण करना होगा। प्रथम सेमेस्टर में भोजन, पोषण व स्वच्छता पढ़ाया जाएगा। द्वितीय सेमेस्टर में प्राथमिक चिकित्सा और स्वास्थ्य, तीसरे सेमेस्टर में मानव मूल्य व पर्यावरण अध्ययन, चौथे सेमेस्टर में शारीरिक शिक्षा और योग, पांचवें सेमेस्टर में विश्लेषणात्मक योग्यता और डिजिटल जागरूकता एवं छठवें सेमेस्टर में संचार कौशल और व्यक्तित्व विकास पढ़ाया जाएगा।


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