जरा सी उम्र में कर दिया कमाल, अलीशा की तूलिका ने दुनिया में फैलाए रंग Agra News
15 साल की उम्र में आगरा की चित्रकार अलीशा प्राप्त कर चुकी हैंं 120 से ज्यादा पुरस्कार। इनमें से 21 पुरस्कार अंतरराष्ट्रीय स्तर के।
आगरा, जागरण संवाददाता। जैसा कि हर बच्चा अपने स्कूल में चित्रकारी करता है, वैसा ही अलीशा भी करती थी। लेकिन, उसकी शिक्षिका को उसकी चित्रकारी में कुछ अलग दिखा। उसके अभिभावकों से कहा कि इस पर ध्यान दीजिए। शिक्षिका की पैनी नजर से हीरे को तराशने का काम माता-पिता ने किया। आज 15 साल की अलीशा राघव 120 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय पुरस्कार चित्रकारी में जीत चुकी है।
छह साल पहले शुरू हुआ सफर
अलीशा का यह सफर छह साल पहले शुरू हुआ था। स्कूल स्तर पर प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने के बाद अलीशा ने कुछ पुरस्कार जीते। इससे उसका आत्मविश्वास बढ़ा। फिर उसने तूलिका के रंग को पूरी दुनिया में फैलाने का मन बना लिया। अलीशा अब तक 120 से ज्यादा पुरस्कार जीत चुकी है, जिसमें 21 के आसपास अंतरराष्ट्रीय, 30 राष्ट्रीय व स्टेट लेवल के हैं। आठ से ज्यादा प्रदर्शनी लगा चुकी है।
पुरस्कारों की फेहरिस्त काफी लंबी
अलीशा अंतरराष्ट्रीय मरीजा वेरेना कॉन्टेस्ट, सलोवेनिया में आयोजित बटरफ्लाई प्रतियोगिता, भारत सरकार की जल संरक्षण प्रतियोगिता, ऊर्जा मंत्रालय की प्रतियोगिता, आर्कियोलॉजी ऑफ इंडिया की प्रतियोगिता जीत चुकी हैं। राष्ट्रीय शान-ए- समाज, समिधा सम्मान भी प्राप्त कर चुकी है।
सामाजिक मुद्दों पर बनाती है चित्र
अलीशा की चित्रकला का आधार सामाजिक मुद्दे हैं। इन मुद्दों को अपनी तूलिका से ऐसे उकेरती है कि वो बोलने लगते हैं। गंगा और पर्यावरण पर बनाए उसके चित्रों को काफी प्रशंसा भी मिली है।