अक्षय पात्र फाउंडेशन को एक और उपलब्धि, मिला प्रतिष्ठित गांधी शांति पुरस्कार
देशभर के बच्चों को मिड-डे मील देने पर फाउंडेशन को मिला सम्मान। राष्ट्रपति कोविंद व पीएम मोदी ने किया सम्मानित।
आगरा, जेएनएन। देश के 12 राज्यों के 14 हजार 702 स्कूलों में 17.6 लाख बच्चों को मिड डे मील परोस रहे अक्षयपात्र फाउंडेशन को भारत सरकार ने वर्ष 2016 के गांधी शांति पुरस्कार से नवाजा है। पुरस्कार मिलने के बाद मधु पंडित दास ने कहा गांधी शांति पुरस्कार के लिए चुना जाना अक्षय पात्र के लिए सम्मान की बात है।
राष्ट्रपति भवन में मंगलवार को आयोजित समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद तथा पीएम नरेंद्र मोदी ने अक्षय पात्र फाउंडेशन के अध्यक्ष मधु पंडित दास को गांधी शांति पुरस्कार प्रदान किया। महात्मा गांधी की 125वीं जयंती पर 1995 में केंद्र सरकार ने यह पुरस्कार शुरू किया था। वार्षिक पुरस्कार महात्मा के विचारों का पालन कर सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक परिवर्तन की दिशा में योगदान देने वाले व्यक्ति और संस्था को ये पुरस्कार दिया जाता है। 16 जनवरी को पिछले चार वर्ष के पुरस्कार के विजेताओं की घोषणा निर्णायक मंडल में शामिल पीएम नरेंद्र मोदी, सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई, लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन, कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडग़े, सांसद लालकृष्ण आडवाणी ने सर्वसम्मति से की। इसमें सामाजिक क्षेत्र में बेहतरीन योगदान के लिए अक्षय पात्र का चयन किया।
पुरस्कार मिलने के बाद मधु पंडित दास ने कहा गांधी शांति पुरस्कार के लिए चुना जाना अक्षय पात्र के लिए सम्मान की बात है। कोई भी बच्चा भूख की वजह से शिक्षा से वंचित न रहे ये सपना सन 2000 में हमने देखा। वे देश में भूख और कुपोषण की समस्या समाधान को प्रयासरत हैं। 12 राज्यों के स्कूलों में मिड-डे मील योजना लागू कर शिक्षा को प्रोत्साहित कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी फाउंडेशन द्वारा दिए जा रहे पोषणयुक्त मिड-डे मील बच्चों के कार्य पर अक्षय पात्र की सराहना की। पीएम मोदी ने कहा अक्षय पात्र ने सरकार के साथ सार्वजनिक-निजी साझेदारी के जरिए बच्चों को मिड-डे मील के सरकार के प्रयास को पेशेवर बनाया। बताया हाल ही में तीन सौ करोड़वीं थाली उन्हें बच्चों को परोसने का अवसर मिला।
इनको मिल चुका है गांधी शांति पुरस्कार
गांधी शांति पुरस्कार पाकर अक्षय पात्र ने दुनिया के स्वार्थ रहित व्यक्तियों और संगठनों की सूची में अपनी जगह बना ली है। इस सूची में दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला, कार्यकर्ता डेसमंड टूटू, सामाजिक कार्यकर्ता बाबा आम्टे, पर्यावरणविद् चंडी प्रसाद भट्ट भी शामिल हैं।