Move to Jagran APP

Air Show Agra: आज दोपहर ताजनगरी के आसमान पर दिखेंगे हवाई करतब, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी देखेंगे नजारे

Air Show Agra आगरा वायु सेना स्टेशन से मंगलवार दोपहर उड़ान भरेंगे विभिन्न विमान। तीन दिवसीय समन्वय-2022 में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी रहेंगे मौजूद। विभिन्न सशस्त्र बलों और विभिन्न एजेंसियां के अधिकारी व विशेषज्ञों के बीच होगा प्रदर्शन।

By amit dixitEdited By: Prateek GuptaPublished: Tue, 29 Nov 2022 09:14 AM (IST)Updated: Tue, 29 Nov 2022 09:14 AM (IST)
Air Show Agra: आज दोपहर ताजनगरी के आसमान पर दिखेंगे हवाई करतब, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी देखेंगे नजारे
Air Show Agra:आगरा के आसमान में आज दोपहर वायु सैनिक करतब करते नजर आएंगे।

आगरा, जागरण संवाददाता। अगर आप हवाई करतब देखने के शौकीन हैं तो मंगलवार दोपहर आपका यह सपना पूरा होने जा रहा है। ताजनगरी के आसमान पर आपको हवाई करतब देखने का मौका मिलेगा। आगरा वायु सेना स्टेशन से विभिन्न विमान उड़ान भरेंगे। यह शो एक से डेढ़ घंटे तक चलेगा। इस दौरान देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहेंगे।

loksabha election banner

ये भी पढ़ेंः आगरा के पहले पुलिस कमिश्नर का नाम तय, SSP प्रभाकर चौधरी का देर रात हुआ तबादला

आगरा एयरफोर्स स्टेशन में 28 से 30 सितंबर तक समन्वय-2022 आयोजित किया जा रहा है। इसमें विभिन्न सशस्त्र बलों और विभिन्न एजेंसियां के अधिकारी व विशेषज्ञ शामिल हो रहे हैं। अभ्यास के दूसरे दिन दैवीय आपदा से निपटने के तरीके पर भी चर्चा की जाएगी। इसमें इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, थाईलैंड, म्यांमार, वियतनाम, ब्रुनेई, लाओस, कंबोडिया देशों के प्रतिनिधि दैवीय आपदा को लेकर अपने अनुभव बताएंगे।

एक ही छत के नीचे आपदा राहत का प्लान तैयार किया जाएगा। इसमें भूकंप, बाढ़ और भूस्खलन शामिल होगा। मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) पर भी विचार विमर्श होगा। दोपहर एक बजे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एयरफोर्स स्टेशन पहुंचेंगे और डेढ़ बजे से विमानों का हवाई करतब शुरू होगा। यह एक से डेढ़ घंटे तक चलेगा। इस दौरान उप्र राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ले. जनरल रविंद्र साही सहित अन्य मौजूद रहेंगे।

इनके विशेषज्ञ व अधिकारी हो रहे शामिल

नागरिक प्रशासन, सशस्त्र बलों, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और नागरिक सुरक्षा (एनडीआरएफ), राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान (एनआइडीएम), रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ), सीमा सड़क संगठन (बीआरओ), भारत मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी), भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना सेवा केंद्र (आइएनसीओआइएस) के विशेषज्ञ और अधिकारी शामिल हो रहे हैं।  


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.