फ्लाइट से नहीं होता वायु प्रदूषण, सिविल एंक्लेव को पूरा कराएं
सिविल सोसायटी आफ आगरा ने काम पूरा न होने पर उठाए सवाल वर्ष 2013 में कोठी मीना बाजार मैदान में प्रधानमंत्री ने किया था वादा
आगरा, जागरण संवाददाता । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को जेवर एयरपोर्ट का शिलान्यास किया। इससे यहां के लोगों के जख्म एक बार फिर हरे हो गए। आगरा की अनदेखी कर जेवर में एयरपोर्ट के निर्माण को वो अपने हक पर कुठाराघात मान रहे हैं। सिविल सोसायटी आफ आगरा ने शुक्रवार को ताजनगरी में पं. दीनदयाल एयरपोर्ट योजना का कार्यान्वयन न होने पर सरकार को कठघरे में खड़ा किया। सोसायटी ने दावा किया कि फ्लाइटों से वायु प्रदूषण नहीं होता है, सिविल एंक्लेव के काम को पूरा कराया जाए।
हरियाली वाटिका में हुई प्रेसवार्ता में सोसायटी के अध्यक्ष शिरोमणि सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने माना है कि पर्यटन उद्योग के पनपने के लिए एयर कनेक्टिविटी बहुत जरूरी है। सरकारें आगरा के परिपेक्ष्य में इस बात को नहीं समझ सकी हैं। वर्ष 2013 में कोठी मीना बाजार मैदान में जब नरेंद्र मोदी (तब प्रधानमंत्री नहीं) ने इस संबंध में घोषणा की थी, तब सोसायटी को भी उम्मीद जागी थी। प्रधानमंत्री के रूप में दूसरा टर्म भी आधा बीत चुका है, लेकिन केंद्र सरकार ने कुछ नहीं किया। बसपा शासन में सिविल एंक्लेव को एयरफोर्स परिसर से बाहर लाकर जन पहुंच लायक बनाने को जो कार्रवाई हुई थी, उसके बाद के चरण को सपा और भाजपा सरकार आगे नहीं बढ़ा सकीं।
इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार राजीव सक्सेना, राम टंडन, अभिनय प्रसाद आदि मौजूद रहे। जनप्रतिनिधि सरकार पर दबाव बनाएं
सोसायटी के महासचिव अनिल शर्मा ने कहा कि जनप्रतिनिधियों को सरकार पर दबाव बनाना चाहिए कि वह सुप्रीम कोर्ट के संज्ञान में लाएं कि फ्लाइट से वायु प्रदूषण नहीं होता। दो मिनट से कम समय में संपन्न होने वाली लैंडिग और टेक आफ से संबंधित आपरेशन के अलावा सिविल एयरक्राफ्ट उस एयर कारिडोर में उड़ान भरता है जो 41 हजार मीटर की ऊंचाई पर चिह्नित है। यह बादलों की ऊंचाई से भी एक हजार मीटर अधिक ऊंचा है और बादल ताज ट्रेपेजियम जोन के अध्ययन या प्रबंधन की सीमा में नहीं आते हैं। सहज पहुंच का अभाव
सामान्य व्यक्ति सिविल एंक्लेव तक न तो जा सकता है और न वहां से आ सकता है। यहां का एयरपोर्ट वीआइपी मेहमानों, उनके मेजबानों व चुनिंदा एयरलाइंस के यात्रियों की पहुंच तक सीमित है। सोसायटी का मानना है कि नागरिक उड्डयन मंत्री को आगरा बुलाकर उन्हें वायु यातायात से संबंधित स्थानीय समस्याओं से अवगत कराया जाए, इससे लंबित फाइलों का निस्तारण तेजी से कराना संभव हो सकेगा। शीघ्र शिफ्ट हो सिविल एंक्लेव
सोसायटी ने मांग की कि अगर सिविल एयरपोर्ट को वायुसेना परिसर से बाहर लाने की योजना है तो अर्जुन नगर गेट पर पैसेंजर लाउंज बनाने की योजना को क्रियान्वित कराने का कोई औचित्य नहीं है। सरकारी प्रयासों के अनुसार अगर सिविल एंक्लेव धनौली शिफ्ट हो गया तो दो वर्षो के लिए करोड़ों रुपये खर्च नहीं किए जाने चाहिए। सिविल एंक्लेव को धनौली में शिफ्ट करने का काम तेजी के साथ किया जाए।