आगरा में प्रदूषण बढ़ने से पड़ा अटैक, आंखों में जलन के बढ़े मरीज
एसएन में सांस उखड़ने पर भर्ती किए गए मरीज, सामान्य जले मरीजों को दिया गया प्राथमिक उपचार
आगरा (जागरण संवाददाता): दीपावली पर वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ने पर अस्थमा और क्रॉनिक ऑब्सट्रेक्टिव पलमोनरी डिजीज (सीओपीडी) के मरीजों की सांस उखड़ने लगी। बुधवार रात और गुरुवार को अस्थमा का अटैक पड़ने पर तीन मरीजों को एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया। उन्हें ऑक्सीजन पर रखा गया है। वहीं, वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ने से आंख में जलन की समस्या बढ़ गई है। चिकित्सकों का कहना है कि दिवाली के त्योहार पर आतिशबाजी के चलते वायु प्रदूषण कई गुना बढ़ गया। इससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। अस्थमा रोगियों को ज्यादा दिक्कत हुई। चिकित्सकों ने इन्हेलर की मात्रा बढ़ाने की सलाह दी है। उनका कहना है कि यह दिक्कत अभी हाल में ही शुरू हुई है तो पहले चिकित्सक से राय अवश्य लें।
बुधवार और गुरुवार को दीपावली पर जलने के मरीज आए, इन्हें प्राथमिक उपचार देकर भेज दिया गया। वहीं, ओपीडी में आंखों में जलन और बारूद जाने से आंख लाल होने पर मरीज पहुंचे। इन्हें भी दवाएं देकर डिस्चार्ज कर दिया। मगर, एक्यूआइ में सूक्ष्म कणों का स्तर बढ़ने से ओपीडी में अस्थमा और सीओपीडी के मरीजों की संख्या बढ़ गई। तीन मरीजों का अटैक पड़ने पर भर्ती किया गया।
वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ने से तीन मरीज अटैक पड़ने के बाद भर्ती किए गए। सात दिन तक मरीजों को समस्या हो सकती है, सांस फूलने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।
डॉ. संतोष कुमार, विभागाध्यक्ष, टीबी एंड चेस्ट डिपार्टमेंट एसएन मेडिकल कॉलेज
आंख में बारूद जाने और जलन होने पर केमिस्ट से लेकर दवा न डालें, यह घातक हो सकता है। आंखों को ठंडे पानी से साफ कर लें। परेशानी होने पर डॉक्टर से परामर्श लेकर ही दवा डालें।
डॉ. हिमांशु, विभागाध्यक्ष नेत्र रोग विभाग एसएन मेडिकल कॉलेज