एयर एक्शन प्लान पर शुरू नहीं हुई कवायद, सांस लेना हुआ मुश्किल
शहर में बिछने लगी स्मॉग की चादर, पीएम 2.5 चार गुना बढ़ा, प्रदूषण कम करने के लिए विभाग नहीं निभा रहे जिम्मेदारी
आगरा (जागरण संवाददाता): दिवाली के बाद बढ़े प्रदूषण से आगरा गैस चैंबर बनता जा रहा है। शहर में सुबह स्मॉग की चादर दिखने लगी है। शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 की तरफ बढ़ रहा है। पीएम 2.5 का प्रदूषण चार गुना तक बढ़ गया है। खासकर यह अस्थमा और सांस के मरीजों के लिए खतरनाक है। इसके बावजूद शहर के जिम्मेदार विभागों ने एयर एक्शन प्लान पर कवायद शुरू नहीं की है।
शहर में प्रदूषण को रोकने के लिए विभागों से अक्टूबर में एयर एक्शन पर रिपोर्ट मांगी गई थी। इसको लेकर डीएम की अध्यक्षता में 30 अक्टूबर को बैठक हुई। लेकिन बैठक में एक-दो विभागों को छोड़ किसी ने एयर एक्शन प्लान नहीं दिया। इस प्लान के तहत संबंधित विभागों को वायु प्रदूषण, कचरा निस्तारण, बायोवेस्ट निस्तारण को लेकर जिम्मेदारी तय की गई थी। बावजूद इसके जिम्मेदारों की नींद नहीं टूटी और इसका खामियाजा आम जन को भुगतना पड़ रहा है। सुधार के लिए ये उठाए जाने थे कदम
शहर में कचरा जलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने और इन पर निगरानी के लिए नगर निगम को जिम्मेदारी सौंपी गई। निगम ने रिपोर्ट भी दी, लेकिन निस्तारण के नाम पर कचरा अभी भी जलाया जा रहा है। एसपी यातायात को भगवान टाकीज, रामबाग क्षेत्र में ट्रैफिक प्लान लागू कर जाम की स्थिति को सुधारने को कहा गया। इस संबंध में यातायात पुलिस ने न तो अपनी योजना पेश की, न ही सुधार के लिए कोई कदम उठाया है। आरटीओ को अवैध संचालित ऑटो के खिलाफ जुर्माना लगाने के निर्देश थे। लेकिन विभागीय अधिकारियों ने बैठक में अपना कोई प्लान नहीं सौंपा।