अफसर खामोश, अव्यवस्था के जाम से जूझ रहा आगरा-मथुरा हाईवे
एनएचएआइ मथुरा खंड के अफसरों की मनमानी से हजारों लोग परेशान एक माह पहले बंद किए गए बाईपुर आशाराम बापू आश्रम और कामायनी कट 12 किमी दायरे में तीन स्थानों पर निर्माण कार्य के चलने से बढ़ी समस्या उद्यमी भी परेशान
आगरा, जागरण संवाददाता । आगरा-मथुरा हाईवे पर पनवारी से सिकंदरा होते हुए टीपी नगर तक करीब 12 किलोमीटर का दायरा है। पनवारी व टीपी नगर में फ्लाईओवर और सिकंदरा में अंडरबाइपास निर्माणाधीन है। तीनों ही जगहों पर काम पूरा होने से पूर्व भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) के अधिकारियों ने कई स्थानों पर कट बंद करा दिए हैं। यही कारण है कि हाईवे जाम के झाम से सिसक रहा है। हजारों वाहन चालक जाम से परेशान हैं, पर अधिकारी इस विकराल समस्या के निस्तारण की दिशा में गंभीर नही है।
आगरा-मथुरा हाईवे पर आठ साल पूर्व छह लेन करने का काम शुरू हुआ था। एनएचएआइ के अफसरों की लचर कार्यशैली के चलते अब तक छह बार कार्य पूरा होने की तारीख बढ़ाई जा चुकी है। अब इसकी तारीख दिसंबर 2020 है। कार्य धीमी गति से चल रहा है। ऐसे में निर्धारित अवधि के भीतर कार्य पूरा होना मुश्किल है। एनएचएआइ मथुरा खंड की टीम ने हाईवे के डिवाइडर पर जाली लगाई। रुनकता से वाटरवर्क्स तक यह कार्य हुआ, लेकिन बिना किसी पूर्व सूचना के सिकंदरा स्थित आशाराम बापू आश्रम कट, कामयानी कट व बाईपुर कट बंद कर दिए जाने से सिकंदरा औद्योगिक क्षेत्र, सिकंदरा फल एवं सब्जी मंडी, बाईपुर, कैलाश मोड़, सिकंदरा चौराहा, गुरु का ताल, टीपी नगर, खंदारी आदि स्थानों पर जाम लग रहा है। लोग परेशान हैं, लेकिन अधिकारी समस्या का समाधान नहीं कर रहे। उद्यमी भी इस समस्या से डीएम-कमिश्नर को अवगत करा चुके हैं, इसके बाद भी समस्या जस की तस है। छह बार उखड़ चुकी है सड़क
सिकंदरा सब्जी मंडी अंडरपास की एक लेन एक साल पहले शुरू की गई थी, लेकिन जल निकासी की सुविधा न होने के कारण यह सड़क छह बार उखड़ चुकी है। वर्तमान में भी यह उख्रड़ी होने के कारण बंद कर दी गई है। इससे जाम की समस्या ओर बढ़ गई है।
यातायात सुचारु करने से ज्यादा वसूली पर ध्यान
आमतौर पर देखने में आ रहा है कि इस मार्ग पर यातायात पुलिस यातायात सुचारु रखने की बजाय चालान काटने में मशगूल रहती है। गैर जिले या प्रदेश के वाहन उनके निशाने पर रहते हैं। आम चर्चा है कि चेकिंग और चालान काटने की आड़ में वसूली का खेल चलता है। यह काम गुरु का ताल समेत कई चौराहों पर सरेआम होता है, लेकिन अधिकारी आखें मूंदे बैठे रहते हैं। पुलिस की यह कार्यशैली भी जाम का एक बड़ा कारण है। सांसद बोले, नितिन गडकरी से करेंगे बात
सांसद राजकुमार चाहर का कहना है कि वह इस मामले को लेकर शीघ्र ही केंद्रीय भूतल परिवहन, जल संसाधन, एवं नदी संरक्षण मंत्री नितिन गडकरी से बात करेंगे। एनएचएआइ के अफसरों की मनमानी नही चलने दी जाएगी। परियोजना निदेशक से की जाएगी बात
डीएम प्रभु एन सिंह का कहना है कि इस मामले एनएचएआइ मथुरा खंड के परियोजना निदेशक मनोज बंसल से बातचीत की जाएगी, ताकि समस्या का समाधान हो।