बुकी बोहरा के खिलाफ सिर्फ एक मामले में चार्जशीट
आगरा: शहर के बड़े सटोरियों को जेल भेजने के बाद पुलिस की जांच की गति धीमी है।
आगरा: शहर के बड़े सटोरियों को जेल भेजने के बाद पुलिस की जांच की गति धीमी है। दो माह बाद पुलिस ने बोहरा के खिलाफ सिर्फ एक मामले में चार्जशीट दायर की है। मुकदमे में नामजद परिजनों समेत आठ अन्य के खिलाफ पुलिस साक्ष्य ही नहीं जुटा सकी है।
ताजगंज के पाश्र्र्वनाथ पंचवटी कॉलोनी निवासी क्रिकेट और फुटबॉल सट्टे के सबसे बड़े बुकी श्याम बोहरा को छत्ता पुलिस ने देर रात चेकिंग के दौरान गिरफ्तार किया था। उसके मोबाइल से सट्टे के राज खुलने के बाद पुलिस ने उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। इसमें उसकी पत्नी और बेटे समेत देश के कुख्यात मैच फिक्सर इंद्रेश जैन को भी नामजद किया था। मोबाइल की सिम फर्जी पहचान पत्र पर पाए जाने पर उसके खिलाफ धोखाधड़ी का एक और मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस ने दो माह बाद केवल श्याम बोहरा के खिलाफ जुआ अधिनियम और आइटी एक्ट की धारा में चार्जशीट लगाई है। मुकदमे में नामजद उनकी पत्नी, बेटे, इंद्रेश समेत आठ के खिलाफ पुलिस साक्ष्य नहीं जुटा सकी। अभी इनके खिलाफ विवेचना प्रचलित बताई गई है। धोखाधड़ी के मुकदमे में अभी पुलिस चार्जशीट की तैयारी कर रही है। सीओ छत्ता रितेश कुमार सिंह का कहना है कि बोहरा के खिलाफ साक्ष्य संकलित कर एक मुकदमे में चार्जशीट लगा दी गई है। अन्य आरोपियों के खिलाफ साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
जैसा अक्सर होता है पुलिस पहले सख्ती दिखाती है, जैसे-जैसे समय गुजरता जाता है, पुलिस ढीली पड़ती जाती है उसका लाभ अपराधियों को मिलता है। यह वजह है पुलिस कभी अपने उद्देश्य की पूर्ति नहीं कर पाती है।