आगरा के बीहड़ में जमीन खरीद मालामाल हुए अफसर, किसान कंगाल
आगरा: बीहड़ में खाली पड़ी जमीन से किसानों को भले ही कुछ न मिला हो, लेकिन अफसर मालाम
आगरा: बीहड़ में खाली पड़ी जमीन से किसानों को भले ही कुछ न मिला हो, लेकिन अफसर मालामाल हो गए। पद का दुरुपयोग करते हुए उन्होंने ऐसी जमीनों को अधिग्रहण से पहले अपने रिश्तेदारों और करीबियों के नाम करा दिया। कुछ ही दिनों में उन्हें मोटा मुनाफा हो गया। तत्कालीन डीएम के खिलाफ दर्ज मुकदमा तो उदाहरण मात्र है। जमीन अधिग्रहण से कुछ माह पहले अधिग्रहीत क्षेत्र की रजिस्ट्री की जांच हुई तो कई चेहरे बेनकाब होंगे।
सपा सरकार में आगरा में कई बड़े प्रोजेक्ट पर काम हुआ। इन्हीं में से एक आगरा- लखनऊ एक्सप्रेस था। वर्ष 2013 में इसकी अधिसूचना जारी हुई। प्रमुख पदों पर तैनात पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को इस प्रोजेक्ट की जानकारी थी। जिन स्थानों से एक्सप्रेस वे गुजरना था, उनकी कीमत सर्किल रेट से बहुत कम थीं। ऐसे में अफसरों ने किसानों को जाल में फंसा अपने रिश्तेदारों के नाम जमीन खरीद ली। तत्कालीन डीएम जुहेर बिन सगीर ने भी अपने रिश्तेदारों और करीबियों नाम भी जमीन खरीदी थी। अधिग्रहण होते ही उन्हें दो लाख रुपये लगाने पर दस लाख रुपये से अधिक मुनाफा हुआ। इतना ही नहीं पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने इनर ¨रग रोड और थीम पार्क में भी यही किया है। इन सभी प्रोजेक्ट को अधिग्रहण से कुछ माह पहले के बैनामों की जांच की जाए तो अफसरों की कारगुजारी सामने आ जाएगी। यही नहीं पहले भी प्रदेश में अधिकारी इस तरह अपनी संपत्ति को बढ़ाने के काम कर चुके हैं। सैकड़ों बीघा जमीन खरीदी
डीएम समेत अन्य अधिकारियों ने डमी क्रेता खड़े कर सैकड़ों बीघा जमीन खरीदी थी। क्रेता से पूछताछ हुई तो जल्द हकीकत सामने होगी।